कॉन्ग्रेस पार्टी ने कर्नाटक के मंत्री केएस ईश्वरप्पा की सिर्फ इसीलिए गिरफ़्तारी की माँग कर दी क्योंकि उन्होंने काशी और मथुरा में इस्लामी आक्रांताओं द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटा कर हिंदुओं के पक्ष में न्याय की बात कही थी। ईश्वरप्पा ने कहा था कि अयोध्या की ही तरह काशी और मथुरा को भी मुक्त कराया जाएगा। इसी पर कर्नाटक कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने उनकी गिरफ़्तारी की माँग कर दी।
डीके शिवकुमार ने कहा कि ईश्वरप्पा को न सिर्फ़ कैबिनेट से इस्तीफा देना चाहिए बल्कि उन्हें गिरफ्तार भी किया जाना चाहिए। ईश्वरप्पा ने काशी में भव्य विश्वनाथ मंदिर और मथुरा में भव्य कृष्ण मंदिर की बात कही थी। बुधवार (अगस्त 5, 2020) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर का भूमिपजन कर के उसकी आधारशिला रखी थी, जिसके बाद ईश्वरप्पा ने ये बयान दिया था।
डीके शिवकुमार ने कहा कि कारसेवकों को अयोध्या की तरह ही आंदोलन करने की सलाह देकर मंत्री ईश्वरप्पा समाज की शांति को भंग करने का काम कर रहे हैं। बेल्लारी में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने ये बात कही। उन्होंने कहा कि पुलिस को ऐसे लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए। शिवमोगा में मंत्री ईश्वरप्पा ने कहा था कि आज नहीं तो कल मथुरा और काशी में भव्य मंदिर बनेगा ही।
कर्नाटक भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ईश्वरप्पा ने कहा था कि अयोध्या, काशी और मथुरा हिंदुओं की दासता के प्रतीक रहे हैं, जहाँ क्रमशः राम, शिव और कृष्ण के मंदिरों को ध्वस्त कर के वहाँ मस्जिदों का निर्माण कर दिया गया। डीके शिवकुमार ने ये भी पूछा कि या उनका रुख येदियुरप्पा सरकार के अधिकृत स्टैन्ड को दिखाता है? शिवकुमार ने सलाह दी कि उन्हें याद रखना चाहिए कि वो मंत्री हैं, कोई सामान्य नागरिक नहीं।
ज्ञात हो कि राम मंदिर भूमिपूजन के दौरान पंडित गंगाधर पाठक ने प्रधानमंत्री मोदी को यजमान बताते हुए कहा था कि अपने यजमान से दक्षिणा की माँग करना गलत नहीं होता है। आचार्य गंगाधर पाठक ने दक्षिणा में गोहत्या पर पाबंदी और काशी तथा मथुरा की मुक्ति की माँग रखी थी। बाद में उन्होंने कहा था कि पीएम श्री कृष्ण जन्मभूमि और काशी विश्वनाथ को मुक्त करवाएँ। इन दोनों दिव्य स्थानों से अतिक्रमण हटाया जाना चाहिए।