नई दिल्ली। पीएनबी बैंक धोखाधड़ी मामले के मुख्य आरोपित नीरव मोदी की पत्नी अमी मोदी के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है। 13,500 करोड़ रुपये की जालसाजी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आग्रह पर इंटरपोल ने यह कदम उठाया है। अमी मोदी एक अमेरिकी नागरिक हैं। उधर, कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) ने अमेरिका में नीरव मोदी से 3.25 मिलियन डॉलर (करीब 24.33 करोड़ रुपये) की संपत्ति जब्त करने में सफलता हासिल की।
अंतरराष्ट्रीय गिरफ्तारी वारंट है रेड कॉर्नर नोटिस
ईडी ने जांच में पाया कि बैंक धोखाधड़ी के पैसे से अमी मोदी ने न्यूयार्क के सेंट्रल पार्क में दो अपार्टमेंट खरीदे। पिछले साल सितंबर में नीरव मोदी के छोटे भाई नेहाल मोदी और बहन पूर्वी मोदी के खिलाफ इंटरपोल नोटिस जारी कर चुका है। रेड कॉर्नर नोटिस अंतरराष्ट्रीय गिरफ्तारी वारंट है। किसी भगोड़े के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के बाद इंटरपोल अपने 192 सदस्य देशों से संबंधित व्यक्ति को देखे जाने पर गिरफ्तार या हिरासत में लेने के लिए कहता है। इसके बाद प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू की जाती है। माना जा रहा है कि 2018 में बैंक धोखाधड़ी का मामला सामने आने के बाद अमी मोदी देश छोड़कर भाग निकली।
ईडी ने भगोड़े हीरा कारोबारी की पत्नी पर पति और उसके मामा मेहुल चोकसी एवं अन्य के साथ मिलकर साजिश रचने और मनी लॉन्ड्रिंग करने का आरोप लगाया है। उसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। मार्च 2019 में लंदन में गिरफ्तार होने के बाद से नीरव मोदी ब्रिटेन की एक जेल में बंद है। वर्तमान में वह प्रत्यर्पण का सामना कर रहा है। इस साल के शुरू में मुंबई की एक कोर्ट ने उसे भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया और उसकी संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया था। ईडी उससे जुड़ी करीब 329 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुकी है।
ज्ञात हो कि इससे पहले पीएनबी धोखाधड़ी मामले में भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की ब्रिटेन की कोर्ट ने न्यायिक हिरासत बढ़ा दी गई थी। मोदी पर भारत को प्रत्यर्पण किए जाने के मामले की सुनवाई चल रही है। नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक के करीब 13 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के फर्जीवाड़ा का आरोप है। इसे लेकर भारत में विभिन्न जांच एजेंसियों ने उनके खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। इस मामले में मोदी के सहयोगी मेहुल चौकसी भी भारत में वांछित हैं।