इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन से पहले चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) की टीम को एक और बड़ा झटका लगा है। टीम के स्टार क्रिकेट सुरेश रैना निजी कारणों से भारत लौट गए हैं और आईपीएल के 13वें सीजन में नहीं खेल सकेंगे।
सुरेश रैना 21 अगस्त को बाकी टीम के साथ दुबई पहुंचे थे। चेन्नई सुपर किंग्स के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से सीएसके के सीईओ केएस विश्वनाथन का बयान ट्वीट किया, जिसमें लिखा है, ‘सुरेश रैना निजी कारणों के चलते भारत लौट गए हैं। आईपीएल के बाकी सीजन के लिए वो उपलब्ध नहीं रहेंगे। सीएसके की ओर से रैना और उनके परिवार को पूरा सहयोग मिलेगा।’ इससे पहले सीएसके की टीम से एक गेंदबाज और सपोर्ट स्टाफ के कुछ सदस्य के कोविड-19 टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने के चलते टीम का क्वारंटाइन पीरियड बढ़ा दिया गया है। सीएसके की टीम अब 1 सितंबर तक क्वारंटाइन रहेगी, वहीं बाकी लगभग सभी फ्रेंचाइजी टीमें प्रैक्टिस सेशन शुरू कर चुकी हैं।
फ्रेंचाइजी टीम ने अभी तक कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन आईपीएल के एक सूत्र ने बताया कि पॉजिटिव मामलों की संख्या 10 से 12 के बीच है। लीग से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि कोविड-19 के सभी पॉजिटिव टेस्ट के नतीजे टीम के यहां पहुंचने के पहले, तीसरे और छठे दिन आए। आईपीएल के एक वरिष्ठ सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर बताया, ‘हां, हाल ही में भारत के लिए लिए खेलने वाला दाएं हाथ के मध्यम गति के एक तेज गेंदबाज के अलावा फ्रेंचाइजी के कुछ सहयोगी सदस्य कोविड-19 जांच में पॉजिटिव आए हैं। यह आंकड़ा 12 तक हो सकता है।’ उन्होंने कहा, ‘जहां तक हमें पता चला हैं, सीएसके मैनेजमेंट से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी और उनकी पत्नी के अलावा फ्रेंचाइजी की सोशल मीडिया टीम के कम से कम दो सदस्य भी कोरोना वायरस की चपेट में हैं।’
बीसीसीआई भी दहशत में
इस घटना के बाद महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली टीम का आइसोलेशन पीरियड 1 सितंबर तक बढ़ा दिया गया है। इस घटना के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में दहशत है, लेकिन समझा जाता है कि फिलहाल लीग को कोई खतरा नहीं है, जो कोरोना महामारी के कारण यूएई में आयोजित की जा रही है। आईपीएल के पिछले दो साल के शेड्यूल को देखें तो पहला मुकाबला बीते साल फाइनल खेलने वाली टीमों के बीच होता है, जिसके मुताबिक इस साल लीग का पहला मुकाबला सीएसके और चैम्पियन मुंबई इंडियन्स के बीच होगा। यह हालांकि अभी साफ नहीं है कि सीएस के 19 सितंबर का होने वाले पहले मैच के लिए तैयार होगा या नहीं।
संपर्क में आए लोगों का पता लगाना होगी चुनौती
बीसीसीआई के एसओपी के अनुसार, कोविड-19 टेस्ट में जो भी पॉजिटिव मिलेगा उसे एक्स्ट्रा सात दिनों के लिए आइसोलेशन में रहना होगा। इस पीरियड के बाद जांच में निगेटिव आने पर ही उसे बायो सिक्योर एन्वॉयरमेंट में आने की अनुमति मिलेगी। समझा जाता है कि पॉजिटिव पाए गए सदस्यों में कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं, लेकिन उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाना चुनौती होगी क्योंकि समझा जाता है कि ज्यादातर चेन्नई में वायरस की चपेट में आए, जहां दुबई रवानगी से पहले एक छोटा सा ट्रेनिंग कैंप आयोजित किया गया था। नेगेटिव पाए गए लोगों को ही बायो बबल में प्रवेश की अनुमति रहेगी।
तो क्या सीएसके से खफा है बीसीसीआई?
लीग के सूत्र ने कहा, ‘चेन्नई में वे सभी कोविड-19 के आरटी-पीसीआर टेस्ट में निगेटिव आए थे। अगर वे पॉजिटिव होते तो वे वहां से यूएई के लिए रवाना नहीं होते।’ यह समझा जा रहा है कि टीम 1 सितंबर से भी प्रैक्टिस शुरू नहीं कर पाएगी। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि टीम 1 सितंबर से प्रैक्टिस शुरू कर पाएगी। उन्हें कैंप शुरू करने में कम से कम 5 सितंबर तक का समय लगेगा।’ बीसीसीआई के गलियारों में हालांकि चेन्नई में टीम के कैंप आयोजित करने को लेकर नाराजगी है। तमिलनाडु में कोरोना वायरस के चार लाख से ज्यादा मामले हैं। अभी यह पता नहीं चल सका है कि बीसीसीआई खिलाड़ियों और स्टाफ सदस्यों के नाम के साथ आधिकारिक बयान जारी करेगा या नहीं। इससे पहले राजस्थान रॉयल्स के फील्डिंग कोच दिशांत याग्निक भारत में ही कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।