हाथरस/लखनऊ। यूपी के हाथरस में 19 साल की लड़की की दुर्भाग्यपूर्ण मौत के राजनीतिकरण का विपक्ष द्वारा समर्थन किए जाने के कुछ दिनों बाद, भाजपा नेता और योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री, रमापति शास्त्री ने विपक्षी नेताओं पर क्षेत्र में जातिगत दंगा भड़काने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
रमापति शास्त्री ने समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए कहा कि इस मामले में विपक्ष गैर जिम्मेदाराना रवैया अपना रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष इस मुद्दे के बहाने जातीय दंगा करवाना चाह रहा है। साथ ही मामले में सच्चाई को भी दबाना चाहता है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इस घटनाक्रम में विपक्ष के ट्वीट्स, ऑडियो टेप और पुरानी घटनाएँ, ये सब दंगे की साजिश की ओर इशारा करती हैं।
कैबिनेट मंत्री ने बसपा प्रमुख मायावती पर भी हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि मायावती इस मामले की संवेदनशीलता नहीं समझ रही। शास्त्री ने कहा कि मायावती ने इस मामले में बयान देकर एक दलित बेटी का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि मायावती प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री हैं, उन्हें इस मामले की संवेदनशीलता को समझना चाहिए।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि सरकार इस मामले को लेकर पूरी तरह गंभीर है। सरकार ने कार्रवाई भी शुरू कर दी है। शास्त्री ने कहा कि सरकार ने इस मामले में एसआईटी का गठन कर दिया है और प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई भी शुरू हो चुकी है। साथ ही मुख्यमंत्री ने नार्को और पॉलिग्राफ टेस्ट के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की पहल से मामले का सच जरूर सामने आएगा।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त कानून बनाए हैं। वो आगे कहते हैं, “इससे न्यायालयों को एक निर्धारित समय के भीतर पीड़िता को न्याय दिलाने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपए के मुआवजे की भी घोषणा की है।”
इससे पहले कॉन्ग्रेस पार्टी द्वारा यह सूचना दी गई थी कि राहुल गाँधी, अपनी बहन और पार्टी की महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा के साथ शनिवार को एक बार फिर हाथरस जाने की कोशिश की क्योंकि वे पीड़िता के परिवार से मुलाकात करना चाहते हैं और उनका पक्ष जानना चाहते हैं।
इसे देखते हुए यूपी पुलिस ने ना सिर्फ हाथरस ज़िले की सीमा पर, बल्कि नोएडा-दिल्ली बॉर्डर पर भी पुलिस की अतिरिक्त तैनाती कर दी थी। लेकिन बाद में उन्हें मिलने की परमिशन दे दी गई। वहीं अब खबर आ रही है कि लंदन से लौटने के बाद समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने 4 अक्टूबर को हाथरस पहुँचने का फैसला किया है।