लखनऊ। हाथरस गैंगरेप केस की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) को और 10 दिन की मोहलत दी गई है. दरअसल, पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी को पहले सात दिन की मोहलत दी गई थी, जिसकी मियाद आज पूरी हो रही है. इस बीच एसआईटी टीम ने जांच के लिए और 10 दिन की मोहलत मांगी थी, जिसे उत्तर प्रदेश सरकार ने मंजूरी दे दी है.
गौरतलब है कि गृह सचिव भगवान स्वरूप की अगुवाई में तीन सदस्यीय एसआईटी बनाई गई है, जिसने अपनी जांच 1 सितंबर से शुरू की थी. एसआईटी की टीम ने पीड़िता के परिवार से बात की और बयान दर्ज किया. साथ ही चश्मदीदों के साथ बातचीत और सीन को रिक्रिएट भी किया गया. कल एसआईटी वहां गई थी, जहां पर पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया था.
कॉल रिकॉर्ड से नया खुलासा
हाथरस कांड में फोन कॉल रिकॉर्ड से नया मोड़ आ गया है. एसआईटी की जांच में पता चला है कि आरोपी संदीप के फोन से पीड़िता के भाई के फोन पर लगातार बातचीत हुई थी. अक्टूबर 2019 से मार्च 2020 तक दोनों फोन के बीच 104 कॉल हुई, जिसमें से 62 कॉल आरोपी संदीप के फोन पर आई, जबकि 42 कॉल पीड़िता के भाई के फोन पर.
सीबीआई जांच की हो चुकी है सिफारिश
इस पूरे मामले की एसआईटी जांच चल रही, लेकिन यूपी सरकार ने मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश भी कर चुकी है, साथ ही सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि जांच अदालत अपने निर्देशन में कराए, लेकिन पीड़ित परिवार वाले बार-बार कह रहे हैं कि वो सीबीआई जांच नहीं चाहते हैं.