पटना। बिहार चुनाव के नतीजे आने के बाद सियासी जोड़तोड़ की कोशिशें शुरू हो गई हैं. जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने दावा किया है कि गठबंधन के लिए उनके पास दूसरी पार्टियों से फोन आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि लेकिन हम किसी भी कीमत पर एनडीए का साथ नहीं छोड़ेंगे.
दानिश रिजवान ने कहा कि, ”लगातार कई पत्रकार मित्रों एवं अभिभावकों का गठबंधन को लेकर मुझे फ़ोन आ रहा है. पार्टी का प्रवक्ता होने के नाते मैं एक बात स्पष्ट कर दूँ कि किसी भी क़ीमत पर हम NDA छोड़कर किसी और के साथ नहीं जा रहें. हमारे नेता श्री जीतन राम माँझी ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में चुनाव में थी, हम उनके साथ थें और जबतक प्राण है तबतक उनके साथ ही रहेंगें.”
उधर, गुरुवार को हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख और राज्य के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार से मुलाकात की. बैठक के बाद मांझी ने स्पष्ट किया कि वह अब मंत्री नहीं बनना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री पद पर रह चुका हूं, ऐसे में किसी मंत्रालय में नहीं जाऊंगा. कई पूर्व सीएम ऐसा कर चुके हैं, लेकिन हम नहीं करना चाहेंगे. जीतन राम मांझी ने कहा कि हम कोई मांग नहीं कर रहे हैं, चुनाव से पहले भी बिना किसी शर्त के हम एनडीए में शामिल हुए थे.
बता दें कि इस विधानसभा चुनाव में जीतन राम मांझी की पार्टी को चार सीटें हासिल हुई हैं. बीजेपी को 74 सीटें और जेडीयू को 43 सीेटें मिलीं. राजग को कुल 125 सीटों मिली हैं. वहीं, आरजेडी के हिस्से 75 सीटें आई हैं और वह बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है.