इजिप्ट के एक अस्पताल के ICU में अचानक से ऑक्सीजन सप्लाई ही ख़त्म हो गई, जिससे वहाँ भर्ती सारे मरीज मारे गए। अब वहाँ की सरकार ने इस मामले में जाँच के आदेश दिए हैं। सार्वजनिक अस्पताल में रविवार (जनवरी 3, 2020) को हुई इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें नर्सों को मरीजों को जिंदा करने के लिए जूझते हुए देखा जा सकता है। कुल 4 मरीजों की मौत हुई।
ये सभी मरीज कोरोना संक्रमित थे। ये घटना इजिप्ट के अल-शरक़िया प्रान्त में हुई, जहाँ के गवर्नर ने इस बात से इनकार किया है कि ऑक्सीजन की सप्लाई कम होने से ICU में ये मौतें हुई हैं। एक मरीज के रिश्तेदार ने ये आरोप लगाया था, जिसे सरकार ने नकार दिया है। गवर्नर ममदूह घोरब ने कहा कि ये मरीज इसीलिए मरे, क्योंकि उन्हें कोरोना संक्रमण के अलावा क्रोनिक रोग भी हो गए थे। एक रिश्तेदार ने ही वीडियो बना कर वायरल किया था।
इजिप्ट 10 करोड़ की जनसंख्या के साथ अरब का सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला मुल्क है, और अल-शरक़िया वहाँ का तीसरा सबसे बड़ा प्रान्त है। वहाँ कोरोना के मामले बढ़ने के कारण फिर से लॉकडाउन लगाया गया है। प्रोसिक्यूटर ऑफिस ने कहा है कि मामले की जाँच की जा रही है। हॉस्पिटल के डायरेक्टर के साथ-साथ वहाँ के डॉक्टरों से भी पूछताछ जारी है। मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी गई है।
“They all died.” An eyewitness from inside the Hussainiya Isolation Hospital in Sharqia, Egypt documents the moments of panic, horror and tragedy after the oxygen was CUT OFF from Coronavirus patients in hospital’s Intensive Care Unit. #العناية_المركزة pic.twitter.com/9Rf1bTX3A2
— Wirjil (@Wirjil) January 3, 2021
चार मृतकों में से 2 महिलाएँ थीं, जो 60 की उम्र पार कर चुकी थीं। दो पुरुष थे, जिनमें से एक 76 साल के बुजुर्ग थे तो एक की उम्र 44 साल थी। हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड में फ़िलहाल 36 मरीजों का इलाज चल रहा है। इजिप्ट के स्वास्थ्य मंत्री हाला जायद का कहना है कि कोरोना का इलाज कर रहे सभी अस्पतालों में पर्याप्त ऑक्सीजन सप्लाई है। इससे पहले नील डेल्टा के एक अस्पताल में भी ऑक्सीजन की कमी से 2 मरीजों की मौत की खबर आई थी।
इजिप्ट में ‘China National Pharmaceutical Group (Sinopharm)’ द्वारा बनाई गई वैक्सीन के आपात प्रयोग की अनुमति दे दी गई है। दो सप्ताह के भीतर टीकाकरण अभियान शुरू होना है। इजिप्ट के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी, AstraZeneca, Pfizer और जर्मन पार्टनर BioNTech के वैक्सीन को मुल्क में लाने के लिए भी बातचीत जारी है। Pfizer/BioNTech के 2 करोड़ डोज और AstraZeneca के 3 करोड़ डोज पहुँच रहे हैं।
इधर भारत में भी दो वैक्सीन को अनुमति मिलने के बाद टीकाकरण अभियान के लिए तैयारी की जा रही है। हालाँकि, यहाँ वैक्सीन को लेकर विपक्ष राजनीति भी कर रहा है और तरह-तरह के भ्रम फैलाए जा रहे हैं। इन सबके बीच भारत बॉयोटेक के एमडी कृष्णा एल्ला ने सफाई भी दी है कि वैक्सीन पर सियासत हो रही है। कुछ लोग हमारी वैक्सीन के बारे में केवल गॉसिप कर रहे हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए।