वाशिंगटन। 737 मैक्स विमान हादसे को लेकर बोइंग कंपनी न्याय विभाग के साथ हुए समझौते के तहत 250 करोड़ डॉलर (18,319 करोड़) से अधिक का भुगतान करेगी। बोइंग पर आरोप है कि इसने मैक्स विमान बेचने की खातिर संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) के साथ धोखाधड़ी के लिए आपराधिक साजिश रची, जो कंपनी को नियमित करता है और इसके विमानों का मूल्यांकन करता है।
उल्लेखनीय है कि इंडोनेशिया और इथियोपिया में हुए हादसों में 346 लोगों के मारे जाने के बाद दुनियाभर के देशों ने मैक्स का परिचालन बंद कर दिया था। इन दोनों हादसों ने बोइंग की प्रतिष्ठा को गहरा नुकसान पहुंचाया और दुनियाभर की विमानन कंपनियों और उड्डयन नियामकों से उसके रिश्ते खराब हुए। कंपनी को अपने सीईओ को हटाना पड़ा और जुर्माना व समझौते के रूप में इसे लाखों डॉलर चुकाना पड़ा। इसके अलावा विमानन कंपनियों द्वारा ऑर्डर रद किए जाने से भी बोइंग को काफी नुकसान पहुंचा।
समझौते से इस मामले की आपराधिक जांच पर कोई असर नहीं पड़ेगा कि क्या बोइंग के दो कर्मचारियों ने मैक्स की मंजूरी हासिल करने के लिए जान-बूझकर कानूनों को तोड़ा और एफएए को गुमराह किया? आरोप है कि कर्मचारियों ने एमसीएएस सॉफ्टवेयर में हुए बदलाव की जानकारी छिपाई। इसके चलते एफएए ने अंतिम रिपोर्ट में सॉफ्टवेयर के बारे में कोई सूचना नहीं दी।