गुवाहाटी। टीम इंडिया इस समय वर्ल्ड कप की तैयारियों से गुजर रही है. भारत और वेस्टइंडीज के बीच पांच वनडे मैचों की सीरीज से पहले तक केवल 18 वनडे ही वर्ल्ड कप से पहले टीम इंडिया को खेलने हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए टीम में कई खिलाड़ी अंदर बाहर हो रहे हैं. इस सीरीज में ऋषभ पंत का चुना जाना उसी का हिस्सा है. अब पंत वनडे में पिछले कई मैचों से अपने फॉर्म से बाहर चल रहे एमएस धोनी के मजबूत विकल्प के रूप में सामने आए हैं.
पंत को पहले ही टेस्ट टीम में आजमाया जा चुका है और ऐसा लगता है कि एमएस धोनी के टेस्ट में रिटायर होने के बाद अब पंत ने उनकी जगह ले ली है. अब वनडे में वे उनका बैकअप बनने जा रहे हैं जो कि अगले साल होने वाले वर्ल्डकप के लिए काफी महत्व रखता है. लेकिन धोनी की पैरवी करने वाले कम नहीं हैं. भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने खराब फार्म से जूझ रहे महेंद्र सिंह धोनी का बचाव करते हुए कहा कि अगले साल होने वाले विश्व कप से पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ मौजूदा सीरीज उनके लिए काफी अहम होगी.
अब केवल 17 वनडे बचे हैं
वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच मैचों की मौजूदा सीरीज समेत भारत को अगले साल होने वाले विश्व कप से पहले 18 वनडे खेलने हैं. दिल्ली के विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत को टीम प्रबंधन ने टीम में शामिल किया है. गांगुली ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि टीम संयोजन क्या होगा लेकिन मुझे यकीन है कि धोनी विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन करेंगे. वेस्टइंडीज के खिलाफ यह सीरीज उसके लिए बड़ी होगी.’’
काफी खामोश रहा है धोनी का बल्ला हाल ही में
एशिया कप में धोनी ने चार पारियों में 19. 25 की औसत से 77 रन बनाए. इस साल में वह 10 पारियों में 28.12 की औसत से ही रन बना सके हैं. इंग्लैंड में वे 20 वनडे में एक भी शतक नहीं लगा सके हैं. गांगुली ने कहा, ‘‘उनका कुल रिकार्ड अच्छा है. देखना होगा कि विश्व कप से पहले प्रदर्शन कैसा रहता है. यही वजह है कि पंत को मौका दिया गया है.’’
पहले वनडे में तो नहीं मिला पंत और धोनी को मौका
सीरीज के पहले मैच में टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज पर बड़ी जीत दर्ज की जिसमें विराट कोहली और रोहित शर्मा ने शानदार शतक लगाए. इस मैच में वेस्टइंडीज की ओर से 322 रन बनाने के बाद भी न तो ऋषभ पंत को बल्लेबाजी करने का मौका मिला ना ही धोनी को. जिस तरह से वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम इंडिया ने टेस्ट सीरीज और पहले वनडे में प्ररदर्शन किया है उससे इस बात की उम्मीद कम ही है कि दोनों को मौका मिल सके. इसके अलावा पंत को अब वैसे भी खुद को और साबित करने की जरूरत नहीं होगी, लेकिन सभी कि चिंता धोनी का खोया फॉर्म हैं. हालाकि किसी को धोनी की क्षमता पर संदेह नहीं हैं लेकिन धोनी अगर जल्द लय में नहीं आए तो टीम इंडिया की मुश्किलें ही बढ़ेंगी.