पालघर/ झारखंड। झारखंड के पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के पूर्वडीहा निवासी नौसेना अधिकारी 27 वर्षीय सूरज दुबे के चेन्नई एयरपोर्ट से अपहरण और फिर महाराष्ट्र के पालघर में जला देने की घटना के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। घटना में किसी इरफान नाम के शख्स के शामिल होने की बात सामने आ रही है। मृतक सूरज के परिजनों ने जाँचकर्ताओं से माँग की है कि वो इस बात का पता लगाएँ कि क्या इस घटना में कोई इरफान नाम का शख्स शामिल था।
सूरज दुबे 30 जनवरी की रात से लापता थे। उनके पिता मिथिलेश दुबे ने 1 फरवरी को झारखंड के चैनपुर पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी दर्ज कराई। मिड डे की रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय पुलिस सूरज के दोनों फोन की निगरानी कर रही थी। उसमें से एक फोन में नया सिम कार्ड डालने के बाद सूरज के पिता ने फोन किया। मिथिलेश दुबे ने कहा, “हमने नंबर डायल किया और फोन उठाने वाले ने पूछा, ‘कौन, कौन?’ तो हमने पूछा, ‘तुम कौन?’ और उस आदमी ने जवाब दिया, ‘इरफान’। इसके बाद फोन कट हो गया और सेलफोन को ऑफ कर दिया गया।”
उन्होंने आगे कहा, “यह मेरे बेटे की आवाज थी। वह हमें यह बताने की कोशिश कर रहा होगा कि इरफान ने उसे बंदी बना लिया है। पुलिस को यह पता लगाना चाहिए कि यह इरफान कौन है।”
दुबे के चचेरे भाई विशाल ने मिड-डे को बताया कि सूरज के व्हाट्सएप नंबर पर लास्ट सीन उपलब्ध नहीं है।। विशाल का कहना है कि या तो हत्यारों ने उनका व्हाट्सएप डिलीट कर दिया है या फिर सेटिंग्स बदल दी है।
वहाँ के स्थानीय संजय इबाद ने बताया कि उनके चाचा साधु इबाद ने ‘बचाओ बचाओ’ की आवाज सुनी थी। सूरज ने पानी माँगा था लेकिन वो लोग इतने डर गए थे कि उन्होंने ग्राम पंचायत, पुलिस और अस्पताल को सूचित किया। इबाद ने कहा कि उन्होंने यह भी बताया कि उनके हाथ बाँध दिए गए थे और आँखों को भी कवर कर दिया गया था।
ऋण लेने की बात पर मिथिलेश ने कहा, “उसने 8 लाख रुपए का होम लोन लिया था, जिसे वह चुका रहा था। मई में उसकी शादी होने वाली थी। उसने मुझे शादी की व्यवस्था के लिए कुछ पैसे दिए थे।”
गौरतलब है कि 27 साल के सूरज कुमार छुट्टी बिता कर 30 जनवरी को राँची से लौट रहे थे। उन्हें कोयंबटूर के पास INS अग्रणी पर लौटना था। वो फ्लाइट से चेन्नई एयरपोर्ट उतरे और बाहर निकले। रात के लगभग 9 बज चुके थे। यहीं पर 3 लोगों ने उन्हें किडनैप कर लिया।
किडनैप करने वालों ने उन्हें रिवॉल्वर दिखा कर कीमती मोबाइल फोन भी छीन लिया था। 3 दिनों तक किडनैपरों ने सूरज कुमार को चेन्नै में ही रखा, सफेद रंग की SUV में घुमाते रहे। इस दौरान 10 लाख रुपए की फिरौती भी उनके परिवार से माँगी गई।
पैसा नहीं मिलने पर और अपने प्लान में कामयाब नहीं होने पर अपराधी सूरज कुमार को पालघर ले गए। शुक्रवार (5 फरवरी 2021) को पालघर के डहाणू तलासरी के वेवजी इलाके में स्थित जंगल में उन्होंने हाथ-पैर बाँध कर सूरज कुमार के शरीर पर पेट्रोल डाली और आग लगा दी।