सब्जी की खेती के लिए किसानों को ट्रेनिंग जरूर लेनी चाहिए : डॉ. एबी सिंह
लखनऊ। लम्बी बढ़वार का टमाटर अब सिर्फ पाली हाउस की खेती नहीं रही। इसे बाहर भी आसानी से लगाकर अच्छी पैदावार ली जा सकती है। यदि किसी पौध की वैज्ञानिक ढंग से अच्छी देखभाल करते हैं तो उससे की पैदावार को भी 25 प्रतिशत तक बढ़ा सकते हैं। ऐसा कर दिखाया है भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी के प्रधान वैज्ञानिक डॉक्टर एबी सिंह ने। उन्होंने संस्थान के फार्म हाउस में पांच सौ स्क्वायर फीट के एरिया में एक अच्छी बढ़वार वाले टमाटर का पौध लगाया है और एक टमाटर के पौधे से 11 किलो तक टमाटर निकल जाएगा। एक हेक्टेयर में 2915 कुंतल टमाटर की पैदावार निकल जाएगी।
इंडियन इंस्टीट्यूट आफ वेजीटेबल रिसर्च सेंटर, वाराणसी के प्रधान वैज्ञानिक डॉक्टर अनंत बहादुर सिंह ने बताया कि चार नवम्बर को असीमित बढ़वार के इस पौध को संस्थान के फार्म हाउस में खुले खेत में पांच स्क्वायर फीट के एरिया में लगाया गया। इन पौधों को 75 गुणा 50 सेंटीमीटर की दूरी पर लगाया जाना चाहिए अर्थात एक हेक्टेयर में लगभग 26500 पौध लगेंगे। एक टमाटर से 11 किलो प्रति पौध टमाटर निकलने का एवरेज निकालें तो 2915 कुंतल टमाटर निकल जाएगा। यदि सात रुपये किलो के हिसाब से टमाटर का एवरेज रखा जाय तो 20 लाख रुपये मिल सकता है। उन्होंने विशेष वार्ता में बताया कि एक क्यारी के पर एक तने वाला पौध है तो दूसरी क्यारी पर दो तने वाला। इसमें देखा गया कि दो तने वाले पौध में अच्छी पैदावार आई है। इसमें एक पौध से 10 से 12 किलो टमाटर निकल जाएगा।
उन्होंने बताया कि किसी भी सब्जी की खेती के लिए किसानों को पहले ट्रेनिंग लेनी चाहिए। वैज्ञानिक ढंग से यदि खेती की जाए तो अच्छी पैदावार ली जा सकती है। अब तक यही होता रहा है कि टमाटर की असीमित बढ़वार की पौध पाली हाउस में ही लगाये जाते थे लेकिन यह खुले खेत में भी लगाकर इसकी अच्छी पैदावार ली जा सकती है।
असीमित बढ़वार का टमाटर यदि खुले में लगाया जाएगा तो यह मार्च होते-होते फल निकलकर खत्म हो जाएगा। इसका कारण है मार्च के अंत तक गर्मी काफी बढ़ जाती है और पौध सूख जाएगा लेकिन पाली हाउस में यह मई-जून तक भी पैदावार लिया जा सकता है।