बंगाल: हिंसा में 4 की मौत, कूच बिहार में पहली बार के वोटर को मारी गोली, हुगली में BJP कैंडिडेट-मीडिया पर हमला

पश्चिम बंगाल में शनिवार (अप्रैल 10, 2021) को विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में 44 सीटों पर मतदान हो रहे हैं। मतदान के बीच राज्य में कई जगह से हिंसा की खबरें आई हैं। कूच बिहार में फायरिंग में 4 लोग मारे गए हैं। कूच बिहार के सीतलकुची में वोटिंग करने के लिए मतदान केंद्र पर लाइन में खड़े एक 18 साल के युवक की हत्या कर दी गई है। मृतक की पहचान आनंद बर्मन के तौर पर हुई है।

कूच बिहार जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) देबाशीष धर ने कहा, “मृतक आनंद बर्मन, 18 वर्ष का हो चुका था। वह पहली बार मतदान करने आया था। हमने मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।” बीजेपी का दावा है कि बर्मन पार्टी समर्थक था, जबकि टीएमसी ने उसे गोली मारने का आरोप भाजपा समर्थकों पर लगाया है। यह भी आरोप है कि CISF ने फायरिंग की जिसमें लोगों को गोली लगी। फिलहाल मौके पर भारी फोर्स तैनात है।

जानकारी के अनुसार, सीतलकुची स्थित बूथ संख्या 285 पर यह घटना हुई है। बीजेपी की ओर से आरोप लगाया गया है कि आनंद जब वोट देने के लिए कतार में खड़ा था, उसी समय टीएमसी के गुंडों ने उस पर बंदूक और बम से हमला किया। चुनाव आयोग ने इस मामले पर संज्ञान लिया है और प्रशासन से एक्शन रिपोर्ट माँगी है।

एक चुनाव अधिकारी ने कहा, “हमें जानकारी मिली है कि कूच बिहार जिले के सीतलकुची में एक मतदान केंद्र के बाहर एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। हमने जल्द से जल्द रिपोर्ट माँगी है और स्थिति के बारे में जानने के लिए रिटर्निंग अधिकारी को बुलाया गया है।”

बीजेपी उम्मीदवार लॉकेट चटर्जी की गाड़ी पर हमला

वहीं हुगली में भाजपा नेता और चुंचुरा से प्रत्याशी लॉकेट चटर्जी के काफिले पर हमला हुआ। जब वे इलाके से गुजर रही थी तब भीड़ में किसी ने पत्थर फेंका जिससे उनकी कार का शीशा टूट गया। इसी तरह बंगाल चुनाव को कवर कर रही मीडिया की गाड़ियों पर भी हमला हुआ है। इस हमले से कई गाड़ियों के शीशे टूट गए। लॉकेट चटर्जी के हाथ में चोट लगी है। हमले का आरोप टीएमसी समर्थकों पर लगा है। घटना के बाद से चुंचुरा के 66 नंबर बूथ के आसपास तनाव है।

इस घटना के बाद चटर्जी ने घटनास्थल से ही चुनाव आयोग को फोन कर शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा, “मेरा गाड़ी तोड़ दिया गया है। लोगों ने पूरी टीम लेकर पत्रकारों से भी मारपीट किया है। हमारे बहुत सारे लोग वहाँ फँसे हुए हैं। सीआरपीएफ का फोर्स पर्याप्त नहीं है। मीडिया के लोग भी वहाँ फँसे हुए हैं। मुझे भी चोटें आई हैं। तुरंत अतिरिक्त फोर्स भेजिए। ये माइनॉरिटी लोग बहुत मारे हैं मीडिया वालों को भी।”

कब हुई घटना?

लॉकेट चटर्जी हुगली में रह कर ही बूथों का दौरा कर रही थीं। वे टीएमसी समर्थकों द्वारा वोटिंग में घपले की खबर पाकर बूथ नंबर 66 के पास पहुँचीं और वहाँ के हालात का जायजा लिया। उनके बाहर आते ही कथित स्थानीय लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी। चटर्जी का कहना है कि उन्होंने टीएमसी की महिला कार्यकर्ताओं को फर्जी वोटिंग करते पकड़ लिया था, इसलिए उन पर हमला हुआ है।