लखनऊ। टीम इंडिया ने टी20 सीरीज के दूसरे मैच में वेस्टइंडीज को 71 रनों से हराकर सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली. पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी कर रहे भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवर में दो विकेट के नुकसान पर 195 रन का मजबूत स्कोर बनाया और फिर वेस्टइंडीज को निर्धारित 20 ओवर में नौ विकेट पर 124 रन पर समेट दिया.
वेस्टइंडीज के लिए डैरेन ब्रावो ने सर्वाधिक 23, कीमो पॉल ने 20, शिमरोन हेटमेर ने 15 और कप्तान कार्लोस ब्रैथवेट ने नाबाद 15 रन बनाए. पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान रोहित शर्मा (नाबाद 111) के रिकॉर्ड चौथे शतक की मदद से टीम इंडिया ने में वेस्टइंडीज के सामने 196 रनों का लक्ष्य रखा. भारत रोहित ने धवन के साथ शतकीय साझेदारी की और टीम इंडिया के लिए मजबूत नींव रखी. अंत में रोहित ने लोकेश राहुल (नाबाद 26) के साथ तीसरे विकेट के लिए 62 रन की अविजित साझेदारी की. टीम इंडिया को टीम इंडिया की इस जीत में पांच खास कारण रहे.
1 कप्तान रोहित शर्मा की आतिशी बल्लेबाजी
कप्तान रोहित शर्मा (नाबाद 111) के रिकॉर्ड चौथे शतक लगाया. इस पारी में रोहित ने कई रिकॉर्ड बनाए. रोहित ने इस दौरान 38 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया. रोहित ने 61 गेंदों पर नाबाद 111 रन की शतकीय पारी में आठ चौके और सात छक्के लगाए. रोहित का टी-20 में यह चौथा शतक है और वह टी-20 में सबसे ज्यादा शतक बनाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए. रोहित ने एक और कीर्तिमान स्थापित किया. वे टी-20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज बने. रोहित की पारी की वजह से ही टीम इंडिया ने 195 रनों का पहाड़ खड़ा किया.
2 रोहित धवन के शतकीय साझेदारी
रोहित और शिखर धवन (43) ने 14 ओवर में पहले विकेट के लिए 123 रन की साझेदारी की. वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले विकेट के लिए भारत की यह सबसे बड़ी साझेदारी है. इस साझेदारी की वजह से रोहित और अंत में केएल राहुल भी ताबड़तोड़ पारी खेल सके. 15 ओवर में भारत के एक विकेट के नुकसान पर 129 रन बने थे. और आखिरी पांच ओवर में 66 रन बन पाए. इसके बाद 6 ओवर में खलील ने शिमरोन हेटमायर का विकेट लिया. जबकि तब तक टीम के 33 रन बन चुके थे.
3 केएल राहुल की अंत में उपयोगी पारी
केएल राहुल जब बल्लेबाजी करने आए तब टीम इंडिया का स्कोर 15.2 ओवर में 133 रन था और टीम इंडिया केवल दो ही विकेट गिरे थे. केएल ने 14 गेंदों पर दो चौके और एक छक्के की मदद से 26 रनों की उपयोगी पारी खेली. केएल के साथ मिलते ही रोहित ने भी अपनी पारी तेज कर ली और अपना शतक भी पूरा कर सके. अंतिम ओवर में टीम इंडिया के 20 रन बने.
4 भारतीय गेंदबाजों की बढ़िया गेंदबाजी
टीम इंडिया के गेंदबाजों ने शुरू से ही वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों में दबाव बनाया. दूसरे ओवर में ही छक्का लगाकर वेस्टइंडीज की शुरुआत करने वाले शाई होप को बोल्ड कर मेहमान टीम को बैकफुट पर ला दिया. इसके बाद कुलदीप यादव ने आठवें ओवर में डैरेन ब्रावो और निकोलस पूरन को विकेट लेकर वेस्टइंडीज की मुश्किलें बढ़ा दी और तब तक वेस्टइंडीज के 54 रन पर चार विकेट हो गए और टीम इंडिया को जीत की खुशबू आ गई. 11 ओवर में किरेन पोलार्ड को आउट कर बुमराह ने वेस्टइंडीज को जीत से बहुत दूर कर दिया. इसके बाद भी टीम इंडिया के गेंदबाजों ने बीच बीच में विकेट लेते हुए वेस्टइंडीज के किसी बल्लेबाज को टिकने नहीं दिया जिससे मेहमान टीम निर्धारित 20 ओवर में 9 विकेट खोकर केवल 124 रन ही बना पाई. भारत के लिए खलील अहमद, कुलदीप यादव, भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह ने दो-दो विकेट लिए. क्रुणाल पांड्या ने विकेट नहीं लिए लेकिन दबाव जरूर बनाया.
5 खलील कुलदीप की दबाव भरी गेंदबाजी
वैसे तो इस मैच में खलील, कुलदीप, भुवनेश्वर और बुमराह ने दो-दो विकेट लिए, लेकिन इन चारों में खलील अहमद का शुरुआती और उसके बाद कुलदीप यादव की बेहरतीन फिरकी का ही कमाल था कि वेस्टइंडीज का स्कोर केवल 8 ओवर में चार विकेट पर 54 रन हो गया था. इन दोनों ने विकेट लेते हुए वेस्टइंडीज पर दबाव बनाया जिससे वह उबर नहीं सकी. मजेदार बात यह रही की इन दोनों ने सबसे ज्यादा रन दिए. लेकिन शुरुआती दबाव बनाने में इन्हीं दोनों की अहम भूमिका रही.