संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र को अपने विभिन्न कार्यालयों, एजेंसियों और उसके कार्यक्रमों को लागू कर रहे भागीदार संगठनों से जुलाई तथा सितंबर के बीच 77 पीड़ितों से जुड़े यौन शोषण तथा उत्पीड़न के 64 नए आरोपों की शिकायतें मिली हैं. संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बताया कि एक जुलाई से 30 सितंबर 2018 के बीच सामने आए 64 आरोपों में से छह शांति रक्षकों से जुड़े हैं और 33 आरोप संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों, निधि और कार्यक्रमों के लोगों से संबद्ध हैं. इसके अलावा 25 अन्य गैर संरा कर्मचारी हैं जो विश्व निकाय के कार्यक्रमों को लागू कर रहे संगठनों के साथ काम कर रहे हैं.
दुजारिक ने सोमवार को यहां दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सभी आरोपों की पूरी तरह पुष्टि नहीं हुई है और अभी कई मामलों की प्रारंभिक जांच चल रही है. उन्होंने बताया कि हर तिमाही में ये अद्यतन जानकारियां महासचिव एंतोनियो गुतारेस की इस मुद्दे पर ‘‘पारदर्शिता बढ़ाने’’ की पहल का हिस्सा हैं.
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में बताया गया कि हर तीन मिनट में 15 से 19 साल की एक लड़की ऐसे संक्रमण की चपेट में आती है जिससे एड्स होता है. रिपोर्ट में चेताया गया है कि यह संकट लैंगिक समानता की वजह से बढ़ रहा है. एम्सटर्डम में 22 वें एड्स सम्मेलन में जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक , 2017 में एचआईवी पीड़ित लोगों की संख्या में 15 से 19 साल की दो तिहाई लड़कियां थीं.
साल 2017 में गुतारेस ने संयुक्त राष्ट्र कर्मियों द्वारा यौन शोषण को रोकने तथा खत्म करने का अभियान शुरू किया था. मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे समेत विश्व नेताओं तथा संयुक्त राष्ट्र की 21 संस्थाओं ने संयुक्त राष्ट्र के सभी निकायों तथा सेना, पुलिस और असैन्य कर्मियों की सभी श्रेणियों में यौन शोषण के खिलाफ अभियान को मजबूत करने की रणनीति को लागू करने के लिए महासचिव के साथ मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता जताई.