फर्टिलाइजर घोटाला: ED ने राजद सांसद को किया गिरफ्तार, जानिए कौन हैं ₹200 करोड़ की संपत्ति के मालिक अमरेंद्र धारी सिंह

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने फर्टिलाइजर घोटाला मामले की जाँच को आगे बढ़ाते हुए बड़ी कार्रवाई की है। केंद्रीय एजेंसी ने बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के एक बड़े नेता अमरेंद्र धारी सिंह को गिरफ्तार किया है। ED ने गुरुवार (जून 3, 2021) की सुबह ये कार्रवाई की। बता दें कि AD सिंह राजद कोटे से राज्यसभा सांसद भी हैं। उन्हें मार्च 2020 में राज्यसभा भेजा गया था।

उन्हें राजद सुप्रीमो लालू यादव का करीबी माना जाता है क्योंकि राज्यसभा भेजे जाने से पहले खुद उनकी ही पार्टी में कई लोग उन्हें नहीं जानते थे और उनका चयन हैरान करने वाला था। पूर्व-उप मुख्यमंत्री और अपने पिता की अनुपस्थिति में पार्टी को संभाल रहे तेजस्वी यादव ने तब कहा था कि उनकी पार्टी सिर्फ मुस्लिमों और यादवों की पार्टी नहीं है, इसीलिए इस पर हैरानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सभी जाति-धर्म के लोगों को प्रतिनिधित्व देने की बात कही थी।

तब राजनीतिक विश्लेषकों ने कहा था कि विधानसभा चुनाव से पहले भूमिहार जाति को साधने के लिए राजद ने कारोबारी एडी सिंह को सांसद बनाया है। तेजस्वी यादव ने तब कहा था कि कई लोग मंत्रियों तक से अनजान रहते हैं। साथ ही उन्होंने दावा किया था कि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को एक पुलिस अधिकारी ने हिरासत में ले लिया था क्योंकि वो उन्हें जानता ही नहीं था। दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी में रहने वाले एडी सिंह अविवाहित हैं और लगभग 250 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक हैं।

उनकी कंपनी रूस से लेकर मध्य-पूर्व के मुल्कों तक फर्टिलाइजर्स के आयत-निर्यात का कारोबार करती है। कहा जाता है कि 1991 में उनके एक प्रभावशाली मित्र अधिकारी ने उन्हें इसके लिए लाइसेंस प्राप्त करने में मदद की थी। उनकी शुरुआती पढ़ाई पटना के सेंट माइकल स्कूल में हुई थी। बाद में उन्होंने दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से डिग्री ली। वो मूल रूप से ग्रामीण पटना के दुल्हन बाजार के एनखां गाँव के निवासी हैं।

उन्हें कॉन्ग्रेस के दिवंगत रणनीतिकार अहमद पटेल का भी करीबी माना जाता था। पाटलिपुत्र कॉलोनी में उनका बड़ा आलीशान घर है। वो एक जमींदार परिवार से आते हैं। उनके पैतृक गाँव में उनकी 1000 बीघा जमीन है। कुल 13 देशों में उनका कारोबार फैला हुआ है। राजद उन्हें ‘समाज का प्रतिष्ठित व्यक्ति और समाजसेवी’ बताता है। उनका रियल एस्टेट का भी कारोबार है। अब फर्टिलाइजर घोटाला मामले में ED उनसे पूछताछ करेगी।

वो अपने माता-पिता के नाम पर एक फाउंडेशन भी चलाते हैं, जिसके तहत उन्होंने दिल्ली में 200 बेड्स के चैरिटेबल अस्पताल के निर्माण की घोषणा की थी। बिहार के पूर्व DGP अभयानंद की ‘सुपर-30’ कोचिंग को भी वो अपने फाउंडेशन से वित्त मुहैया कराते रहे हैं। 60 वर्षीय अमरेंद्र धारी सिंह को उनके दोस्त ‘सेल्फ-मेड मैन’ करार देते हुए कहते हैं कि उन्होंने IIT जाने वाले कई गरीब छात्रों की मदद भी की है।

बता दें कि खाद घोटाला का ये मामला राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई से जुड़ा है, जिनके ठिकानों पर ED ने पिछले साल रेड डाली थी। राजस्थान, पश्चिम बंगाल और दिल्ली के अलावा गुजरात से भी इसके तार जुड़े हैं। आरोप है कि अग्रसेन गहलोत की कंपनी ने फर्टिलाइजर्स को सब्सिडी वाले दाम पर ख़रीदा और किसानों को देने की बजाए उसे विदेश भेज दिया। ये मामला 2007-09 का है।