इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो धड़ल्ले से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि केन्या के पादरी ने चर्च में आने वाली महिलाओं को आदेश दिया है कि वो किसी भी प्रकार का अंडरगारमेंट पहनकर न आएँ। अगर वह यह आदेश नहीं मानेंगी तो जीजस नाराज हो जाएँगे जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा।
Ohh Jeeejussssss! pic.twitter.com/7f9BxsTSVN
— Alok Bhatt (@alok_bhatt) September 26, 2021
इस वायरल वीडियो को देखने के बाद हमने भी इस खबर को कवर करने की सोची। इस खबर के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने गूगल का सहारा लिया। मगर यहाँ पर हमें जो सोर्स मिला, उसे देख कर हमने खबर नहीं, फैक्ट चेक करने का फैसला किया।
जानिए ऑपइंडिया की पड़ताल में क्या आया सामने
दरअसल, पड़ताल करने पर पता चला कि यह खबर तो सही है लेकिन ऐसा अभी नहीं हुआ बल्कि यह 7 साल पुरानी घटना है। 2-4 सिंपल कीवर्ड से 2014 की खबर गूगल सर्च के पहले पन्ने पर ही मिल गई, लेकिन सोशल मीडिया पर बिना खबर की सच्चाई जाने इस खबर को खूब शेयर किया जा रहा है।
आखिर खबर है क्या?
ये पूरा मामला केन्या के नैरोबी स्थित Lord’s Propeller Redemption नामक चर्च का है। जहाँ के पादरी रेवरेंड नजोही ने चर्च आने वाली महिलाओं के लिए एक आदेश जारी किया जिसके अनुसार, चर्च में महिलाएँ किसी भी प्रकार का अंडरगारमेंट पहनकर ना प्रवेश करें।
रिपोर्ट के अनुसार, चर्च के फादर नजोही ने इसके पीछे यह तर्क दिया कि चर्च में जब महिलाएँ अंडरगारमेंट पहनकर आती हैं तो इससे गॉड जीसस उनके शरीर में प्रवेश नहीं कर पाते जिससे उनका चर्च में आना अधूरा रह जाता है। फादर रेवरेंड नजोही के अनुसार, महिलाएँ तभी चर्च में आने का पूरा लाभ उठा पाएँगी जब वह अंडरवियर पहनकर आना बंद कर देंगी। क्योंकि यह गॉड जीजस से मिलने में बाधा उत्पन्न करता है। मगर पादरी ने पुरुषों के अंडरगारमेंट्स पर कुछ नहीं कहा।
पादरी ने तर्क दिया कि चर्च जाते समय लोगों को मन और शरीर से पूरी तरह फ्री होना चाहिए। उनके मुताबिक इस काम में अंडरगारमेंट्स बाधा पहुँचाते हैं। सिर्फ यही नहीं बल्कि, फादर नजोही ने चर्च आने वाली महिलाओं को यह कहकर डराया भी कि अगर वह यह आदेश नहीं मानेंगी तो गॉड नाराज हो जाएँगे जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा।
इतना ही नहीं, पादरी ने महिलाओं से कहा कि चर्च में आने से पहले उन्हें अपनी बेटियों को चेक करना होगा, ताकि वह अंदरूनी कपड़े पहनकर न आ सकें। आपको जानकर हैरानी होगी कि कई सारी महिलाएँ जो चर्च नियमित रूप से जाया करती थी, वह पाखंडी पादरी के बहकावे में आ गईं और उन्होंने पादरी के आदेश का पालन करते हुए चर्च बिना अंडरगारमेंट पहने ही जाना शुरू कर दिया।
इससे साबित होता है कि यह खबर सही है लेकिन अभी ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया है। अभी 7 साल पुरानी खबर फिर से वायरल की जा रही है।