अलीगढ़ के मदरसे में जंजीरों से बँधे थे बच्चे, रोने की आवाज सुन पहुँचे लोग: मौलवी गिरफ्तार

अलीगढ़। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से दिलदहलाने वाला मामला सामने आया है। अलीगढ़ के ऊपरकोट इलाके के एक मदरसे में मौलाना ने मासूम बच्चों को तालीम देने के नाम पर लोहे की मोटी-मोटी जंजीरों से जकड़ कर रखा था। मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने मौलाना को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ शुरू कर दी है।

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में मोहल्ला लड़िया के मदरसा जामिया तलीम उल कुरान में तीन से चार मासूम बच्चों को लोहे की जंजीर से बाँधा हुआ दिखाया गया है। यहाँ के मदरसे के मौलाना फहीमुद्दीन ने इन बच्चों को जंजीर से बाँधकर रखा था।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि मौलवी दबंग और आपराधिक प्रवृति का है और बच्चों से मारपीट करता था। लोगों ने बताया कि जब उन्होंने बच्चों के रोने की आवाजें सुनी, तो वे वहाँ गए और देखा कि बच्चों को मदरसे में लोहे की जंजीरों से बाँधकर रखा गया है। वहीं, मदरसा के संचालक फहीमुद्दीन ने इन आरोपों का खंडन किया है। उसने कहा, “ऐसी कोई बात नहीं है। परिजनों की सहमति से बच्चों को जंजीर से बाँधा जाता है, क्योंकि वे पढ़ने के बजाय भाग जाते हैं। यहाँ एक बच्चे को उसके माँ-बाप बाँध कर गए हैं। मैंने नहीं बाँधा है।”

वीडियो वायरल हो रहा है उसमें एक नहीं बल्कि चार बच्चे जंजीरों में बँधे हुए थे। सीओ प्रथम राघवेंद्र सिंह ने बताया कि मोहल्ला लड़िया मामले में आरोपित मौलवी फहीमुद्दीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इस संबंध में उससे पूछताछ की जा रही है। वहीं, पीड़ित बच्चे को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया है। पुलिस ने बताया कि जिन बच्चों को जंजीरों में बाँधकर रखा गया है, उनका भी पता लगाया जा रहा है, जिससे कि उनके माता-पिता से भी पूछताछ की जा सके।