‘डॉ कन्हैया- द होपलेस ऑफ इंडिया’: 3G ट्रैप में फँसे कन्हैया, कॉन्ग्रेस में जाने से निराश वामपंथी समर्थकों ने फैन पेज से हटाई तस्वीर

कॉन्ग्रेस में शामिल होने के लिए सीपीआई के ऑफिस से एसी लेकर बाहर निकलने वाले कन्हैया कुमार अब कम्युनिस्ट समर्थकों के बीच अपने फैन फॉलोइंग को खोते जा रहे हैं। इसी क्रम में वामपंथी विचारधारा का समर्थन करने वाले कन्हैया के प्रशंसकों ने उनके फैन पेज का नाम बदलने का ऐलान कर दिया है। इसके तहत फेसबुक पेज की प्रोफाइल पिक्चर को बदलकर भारतीय स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह की तस्वीर को प्रोफाइल बना दिया गया है।


साभार: फेसबुक

एक फेसबुक पोस्ट में ‘डॉ कन्हैया कुमार, द होप ऑफ इंडिया’ नाम के फैन पेज ने कहा, “यह पेज अब मिस्टर कन्हैया कुमार का नहीं है। हम भारत के क्रांतिकारी युवाओं के लिए पेज रखेंगे। पेज का नाम जल्द ही बदल दिया जाएगा।” हम पाठकों से अनुरोध करते हैं कि वे कथन में व्याकरण संबंधी त्रुटियों से उनका आकलन ना करें।


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इस कदम का कुछ प्रशंसकों ने समर्थन किया, जिनमें से एक ने कहा, “हमने डॉ कन्हैया कुमार को बहुत ही स्नेह और प्यार दिया है। उन्होंने सिर भारी कर दिया है। उनका नाम इस पेज से तुरंत हटा दें।”


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वहीं एक अन्य यूजर ने कन्हैया कुमार को अवसरवादी और गाँधी परिवार को 3जी ट्रैप बताते हुए पोस्ट किया, “थैंक्यू एडमिन! विरोध के प्रतीक के तौर पर कृपया पेज का नाम बदलकर ‘डॉ कन्हैया कुमार, द होपलेस ऑफ इंडिया’ कर दें। मुझे पता है कि व्याकरण की दृष्टि से यह सही नहीं लगता लेकिन अब वो प्रियंका जी, राहुल जी और श्रीमती सोनिया जी के 3जी के जाल में फँस गए हैं। आखिरकार युवा क्रांतिकारी नेता अवसरवादी निकला!”


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एक पोस्ट में कन्हैया कुमार के कॉन्ग्रेस में शामिल होने से निराश फैन ने पेज पर कन्हैया का पुराना वीडियो शेयर कर उन्हें उनकी प्रतिबद्धता की याद दिलाई। इस वीडियो में कन्हैया को यह कहते सुना जा सकता है, “एक कॉन्ग्रेस पार्टी भारत को बर्बाद करने के लिए काफी है।”

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उक्त पेज के वर्तमान में 4 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। हालाँकि, कम्युनिस्ट नेता के पेज छोड़ने के बाद कुछ समर्थकों ने पेज को अनफॉलो करने की घोषणा की है। कन्हैया कुमार के कुछ कट्टर समर्थकों ने इस बात का भी ऐलान किया कि वो किसी भी पार्टी में चलें जाएँ, लेकिन वो उन्हें फॉलो करते रहेंगे।

एक यूजर ने कमेंट किया, “तुमने इसे इतना अजीब और शर्मनाक बना दिया… अगर कन्हैया किसी पार्टी में जाते हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि उन्होंने अपनी विचारधारा और विश्वास छोड़ दिया है, बस इंतजार करें और देखें कि वह अपने नेतृत्व के साथ क्या कर रहे हैं, उसके बाद हम उन्हें जज कर सकते हैं।”.


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गौरतलब है कि इस फैन पेज को साल 2016 में बनाया गया था, जिसे कई एडमिन चला रहे हैं। इनमें से तीन सऊदी अरब के हैं जबकि अन्य ओमान, संयुक्त अरब अमीरात और भारत के हैं।


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‘वामपंथ का समर्थन करने से तलाक हुआ’

कॉन्ग्रेस में शामिल होने के बाद कन्हैया कुमार ने राजनीति में शामिल होने का मौका देने के लिए कम्युनिस्ट पार्टी को धन्यवाद देते हुए अपने कथित संघर्षों का भी वर्णन किया था। मीडिया को संबोधित करते हुए कन्हैया ने कहा कि उनका ‘आंदोलन’ डिनर टेबल पर तलाक और झगड़े का कारण बना।

कन्हैया कुमार ने कहा, “मैं उस जगह का आभारी हूँ जहाँ मैं पैदा हुआ था और जिस पार्टी (सीपीआई) ने मुझे बड़ा किया, मुझे सिखाया और मुझे लड़ने की हिम्मत दी। उस पार्टी के साथ-साथ मैं करोड़ों लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूँ, जो लोग हमारे खिलाफ निराधार आरोप लगाए जाने पर स्कूल के व्हाट्सएप ग्रुप में अपने दोस्तों के साथ लड़े थे। हमारे आंदोलन के समर्थन में वे खाने की मेज पर लड़े और अपनी दोस्ती तक तोड़ दी। यहाँ तक ​​कि इससे तलाक भी हो गया। देश में चल रहे इस वैचारिक संघर्ष में केवल कॉन्ग्रेस पार्टी ही नेतृत्व प्रदान कर सकती है।”

कन्हैया कुमार के शामिल होने पर जश्न मनाते राहुल गाँधी

कॉन्ग्रेस पार्टी ने मंगलवार को ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी ने जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार और निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी के साथ दिल्ली के आईटीओ स्थित शहीद-ए-आजम भगत सिंह पार्क में जश्न मनाया। दोनों नेताओं के पार्टी में औपचारिक रूप से शामिल होने की खुशी को सेलिब्रेट करने के दौरान पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी मौजूद थे।

उन्होंने कार्यक्रम स्थल से एक और तस्वीर को कैप्शन के साथ साझा किया, “सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है।”