युवाओं के लिए 1 करोड़ टैबलेट-स्मार्टफोन, मुफ्त इंटरनेट, कंटेंट भी फ्री मिलेगा: CM योगी ने वीर सावरकर और गुरु गोविंद को किया याद

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ स्थित ‘भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम’ से दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती ‘सुशासन दिवस’ के अवसर पर राज्य के विद्यार्थियों हेतु’1 करोड़ निःशुल्क टैबलेट व स्मार्टफोन वितरण अभियान’ का शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि आज अटल जी हमारे बीच नहीं हैं लेकिन वो हमेशा हमें प्रेरणा देते रहते हैं, उन्होंने कहा था सिद्धांत विहीन राजनीति मौत का फंदा होती है, जो व्यक्ति समाज के लिए जीता है, उसका ही जीवन प्रेरणादायी होता है।

इस अवसर पर कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान वैक्सीन के खिलाफ किसने अफवाह फैला कर जान का संकट पैदा किया था, ये याद रखना है। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश से बाहर जाने वाले युवाओं को होटल में कमरा तक नहीं मिलता था। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश का युवा देश-दुनिया में जहाँ भी जाता है, उसकी धाक होती है।

इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन युवक-युवतियों की भी चर्चा की, जिन्होंने खेल से लेकर स्टार्टअप्स तक में उत्तर प्रदेश का परचम लहराया। उन्होंने याद दिलाया कि मथुरा को अत्याचार से मुक्त करने वाले भगवान श्रीकृष्ण जब कंस के अत्याचार से मथुरावासियों को मुक्त करा रहे थे, तब वो युवा ही थे। उन्होंने कहा कि विश्व को निर्वाण का सन्देश देने वाले बुद्ध हों या फिर आदि शंकराचार्य – ये युवा ही थे।

उन्होंने वैश्विक मंच पर भारत की प्रतिभा को रखने वाले स्वामी विवेकानंद को भी याद किया, जो मात्र 40 वर्ष जीवित रहे। उन्होंने कहा कि ‘सवा लाख से एक लड़ाऊँ’ कहने वाले गुरु गोविंद सिंह, छत्रपति शिवाजी, महाराणा प्रताप और महारानी लक्ष्मीबाई को कौन भूल सकता है। उन्होंने तर्क के साथ अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि 1857 स्वतंत्रता संग्राम युद्ध के समय रानी लक्ष्मीबाई की उम्र मात्र 23 वर्ष थे। उन्होंने भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, ठाकुर रौशन सिंह और अशफाकुल्लाह खान को याद करते हुए कहा कि सब युवा ही थे।

उन्होंने रामप्रसाद बिस्मिल को याद किया, जिन्होंने फाँसी से पहले अपनी अंतिम इच्छा मुक्ति नहीं, बल्कि देश-धर्म की रक्षा के लिए बार-बार जन्म व मृत्यु की कामना की थी। उन्होंने वीर सावरकर को याद करते हुए कहा कि वो एकमात्र ऐसे क्रांतिकारी हैं, जिन्हें दो-दो आजीवन कारावास की सज़ा मिली और उनकी उम्र तब 28 वर्ष ही थी। वर्षों कालापानी में बंद रहने के बावजूद वो वहाँ कैद अपने भाई के बारे में नहीं जान पाए थे। उन्होंने महाभारत का उदाहरण देते हुए कहा कि अभिमन्यु ने मात्र 16 वर्ष की उम्र में पराक्रम दिखाया।

सीएम योगी ने कहा कि टैबलेट और स्मार्टफोन के साथ-साथ मुफ्त में इंटरनेट और कंटेंट की सुविधा भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारत को एक वैश्विक महाशक्ति बनाने की ओर उनकी सरकार अग्रसर है। इसकी शुरुआत करते हुए 60,000 युवाओं को टैबलेट प्रदान किया गया। उन्होंने प्रदेश के अन्य जिलों में भी ऐसे कार्यक्रम कर के ‘डिजिटल क्रांति’ को गाँव-गाँव पहुँचाने का संकल्प लिया, ताकि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को भी इसका पूरा फायदा मिले।

सीएम योगी ने कहा, “पहले सरकारी नियुक्तियों में भाई-भतीजावाद होता था। नौकरी निकलते ही एक खानदान, वंश के लोग वसूली पर निकल पड़ते थे। महाभारत का कोई रिश्ता नहीं छूटता था, जो वसूली पर नहीं निकलता था। शकुनी मामा, दुर्योधन भाँजा, दुशासन और कहीं कोई भतीजा निकल पड़ता था। कोरोना के समय देखा कि तकनीक का व्यक्ति के जीवन में बड़ा महत्व है। बच्चे बताते थे कि स्मार्टफोन, टैबलेट न होने की वजह से पढ़ाई नहीं हो पा रही है। तब हमने तय किया कि राज्य के 1 करोड़ युवाओं को टैबलेट देने की सुविधा से जोड़ेंगे।”