जनता की उम्मीदों पर खरी उतरी मोदी सरकार 2.0, सर्वे में सामने आई लोगों की राय

नई दिल्‍ली। 30 मई, 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दूसरी बार शपथ ली थी। मोदी सरकार 2.0 को तीन साल पूरे हो गए हैं। इन तीन में से दो साल महामारी की जटिल चुनौती का सामना भी करना पड़ा है। अब जब महामारी की चुनौती हल्की पड़ी है तो रूस-यूक्रेन युद्ध ने फिर वैश्विक स्तर पर महंगाई का संकट खड़ा कर दिया है। इन मुश्किल परिस्थितियों में सरकार के प्रयासों से लोग संतुष्ट हैं।

लोकल सर्किल्स के एक सर्वेक्षण में हर तीन में से दो लोगों ने सरकार की उम्मीदों पर खरी पाया है। लोकल सर्किल्स ने छह मार्च, 2019 को ऐसे ही एक सर्वेक्षण में पाया था कि 75 प्रतिशत जनता मोदी सरकार 1.0 से संतुष्ट है और जनता की यह संतुष्टि चुनाव परिणामों में भी स्पष्ट रूप से दिखी थी।

एक तिहाई लोगों की उम्मीदों से बहुत अच्छा कर रही सरकार

सर्वेक्षण में 67 प्रतिशत लोगों ने सरकार के तीन साल के काम को अच्छा बताया है। इसमें 33 प्रतिशत लोग मानते हैं कि सरकार ने उनकी उम्मीद से बहुत अच्छा काम किया है।

ऐसा रहा प्रदर्शन

33 प्रतिशत : उम्मीद से ज्यादा

34 : उम्मीद पर खरी

30: उम्मीद से कमतर

3 : कह नहीं सकते

बढ़ गई संतुष्ट लोगों की संख्या

मोदी सरकार 2.0 के पिछले दो साल के मुकाबले इस साल सरकार के काम से संतुष्ट लोगों की संख्या बढ़ी है।

2020: 62 प्रतिशत लोग संतुष्ट थे

2021: 51 प्रतिशत लोग संतुष्ट थे

2022: 67 प्रतिशत लोग संतुष्ट थे

कोरोना काल में प्रभावी प्रदर्शन

टेस्टिंग, ट्रैकिंग और नियंत्रण के मामले में सरकार का काम

कुछ हद तक प्रभावी- 22

प्रभावी नहीं- 7

बहुत खराब- 9

महामारी के दौरान अर्थव्यवस्था संभालने में सतर्कता

बहुत प्रभावी- 52

कुछ हद तक प्रभावी- 23

प्रभावी नहीं- 13

बहुत खराब- 12

वैक्सीन के मामले में उठाए गए कदम

बहुत प्रभावी- 70

कुछ हद तक प्रभावी-18

प्रभावी नहीं- 6

बहुत खराब-5

कह नहीं सकते-1

रूस-यूक्रेन मामले में उठाए गए कदम

बहुत प्रभावी- 62

कुछ हद तक प्रभावी- 22

प्रभावी नहीं- 7

बहुत खराब-5

कह नहीं सकते- 4

महामारी की तीसरी लहर से बचाने की दिशा में प्रयास

बहुत प्रभावी-58

कुछ हद तक प्रभावी- 25

प्रभावी नहीं-3

बहुत खराब-12

कह नहीं सकते- 2

महंगाई, बेरोजगारी और प्रदूषण के मोर्चे पर फीका प्रदर्शन

देश में महंगाई और बेरोजगारी के मोर्चे पर सरकार के काम से लोगों में असंतुष्टि है। प्रदूषण कम करने और वायु गुणवत्ता सुधारने के मामले में भी प्रयास की जरूरत है। तीन साल में जरूरी वस्तुओं की कीमतें कम हुई हैं?

हां- 17

नहीं- 73

कह नहीं सकते-10

क्या बेरोजगारी कम करने में सरकार सक्षम हुई है?

हां-37

नहीं-47

कह नहीं सकते-16

क्या प्रदूषण कम करने की दिशा में पर्याप्त कदम उठाए गए?

हां-42

नहीं-44

कह नहीं सकते-14