देहरादून। उत्तराखंड के सात नगर निगम सहित 84 निकायों निकाय चुनाव की मतगणना जारी है. कई जगह से परिणाम आने भी शुरू हो गए हैं. राज्यभर के 43 वार्डों पर परिणाम घोषित किए जा चुके हैं, जिसमें 34 वार्डों पर निर्दलीयों ने बाजी मारी, 8 वार्डों पर बीजेपी का कब्जा रहा जबकि 1 वार्ड पर कांग्रेस खाता खोल सकी. प्रदेश में मेयर पद के लिए 51 प्रत्याशी मैदान में हैं. बीजेपी-कांग्रेस ही नहीं निर्दलीय प्रत्याशियों पर भी सबकी निगाहें टिकी हैं.
इस बार पूरे प्रदेश में मतपत्रों से चुनाव हुए हैं. 2013 के चुनाव की तरह इस बार चार नगर निगमों में ईवीएम का इस्तेमाल नहीं किया गया. प्रदेश में 1257 मतदान केंद्रों में बनाए गए 2664 मतदेय स्थलों पर रविवार को मतदान हुआ था. पूरे प्रदेश में 69.79 प्रतिशत मतदान हुआ है. रविवार को सात नगर निगम, 39 नगर पालिका परिषदों और 38 नगर पंचायतों में चुनाव कराए गए हैं.
– हल्द्वानी, नगर निगम वार्ड नंबर 5 से बीजेपी प्रत्याशी मीना देवी, वार्ड नंबर 9 से निर्दलीय उम्मीदवार राजेन्द्र सिंह जीना, वार्ड नं 12 से निर्दलीय प्रत्याशी राधा आर्य विजयी रहे.
– बागेश्वर के नारायनदेव वार्ड में बीजेपी की अंजू पूना विजयी रहीं.
– चमोली के थराली से कांग्रेस की बसंती देवी और नंदप्रयाग से निर्दलीय प्रत्याशी विनोद विजयी रहे.
– गौचर नगर पालिका के 4 वार्डों पर बीजेपी के प्रत्याशी विजयी रहे हैं.
– देहरादून नगर पालिका परिषद डोईवाला के कुल 3 वार्ड के नतीजे घोषित हुए हैं.
– यहां 2 वार्ड में बीजेपी, 1 वार्ड पर निर्दलीय उम्मीदवार ने मारी बाजी है.
– मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की विधानसभा की डोईवाला नगर पालिका में कुल 20 वार्ड हैं, जिसमें अभी तक की जानकारी के मुताबिक, बीजेपी को दो और एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार विजयी रहे.
– रानीखेत, अल्मोड़ा- नवगठित चिलियानौला नगर पालिका के वार्ड सभासदों के परिणाम घोषित कर दिए गए.
– यहां वार्ड नंबर एक, दो, तीन, चार और छह में निर्दलीय उम्मीदवारों ने बाजी मारी है. वहीं, वार्ड नंबर पांच, सात से बीजेपी के उम्मीदवार विजयी रहे.
राज्य निर्वाचन आयुक्त चंद्रशेखर भट्ट ने बताया कि 84 निकायों में मतगणना के लिए कुल 822 टेबल लगाई गई हैं. सबसे ज्यादा 226 टेबल यूएसनगर में, 166 देहरादून में और 96 टेबल नैनीताल में लगाई गई हैं. रुद्रप्रयाग में सबसे कम 12 टेबलों पर मतगणना हो रही है. मेयर, पालिकाध्यक्ष या नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए नतीजे देर रात तक आने की उम्मीद है. चुनाव की पूरी तस्वीर साफ होने में बुधवार सुबह तक का समय लग सकता है. पूरे दिन और पूरी रात मतगणना की संभावना को देखते हुए आयोग ने इसकी भी पूरी तैयारियां की हैं.
एडीजी कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि प्रदेश में 44 मतगणना स्थल बनाए गए हैं, जिनमें सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. दस हजार पुलिसकर्मी और होमगार्ड के अलावा 15 कंपनी पीएसी सुरक्षा में तैनात की गई है. सभी मतगणना स्थलों पर टेबल ड्यूटी के अलावा इन और आउटर कार्डन में थ्री लेयर सुरक्षा की गई है, जिनमें सशस्त्र पुलिसकर्मी तैनात हैं. सभी स्थलों पर सीसीटीवी कैमरों से लगातार नजर रखी जा रही है.