पुणे। महाराष्ट्र की शैक्षणिक राजधानी के तौर पर मशहूर पुणे में ‘सेक्स तंत्रा’ शिविर नाम के एक विवादास्पद कार्यक्रम के आयोजन को रद्द कर दिया गया है. पुणे पुलिस प्रशासन ने यह जानकारी दी है. कई सामाजिक और महिला संगठनों की ओर से इस कार्यक्रम के खिलाफ मुहिम शुरू थी. कार्यक्रम के आयोजकों पर कार्रवाई की मांग की जा रही थी. आरोप है कि नवरात्रि के त्योहार से पहले युवाओं को आकर्षित करने के लिए भारतीय परंपरा से जुड़े रिचुअल्स की आड़ में यौन भावनओं को उत्तेजित करने वाला यह कार्यक्रम होना था. ऐसा करके आयोजक मोटी कमाई करना चाह रहे थे.
कार्यक्रम में ऐसा क्या था रिवाज, क्यों पैदा हुआ विवाद?
इस विज्ञापन में वैदिक सेक्स तंत्रा, डिवाइन फेमिनाइन, मैस्क्यूलाइन एंबॉडीमेंट, चक्र ऐक्टिवेशन, ओशो मेडिटेशन कैटेगिरी के प्रोग्राम शेड्यूल्ड थे. लेकिन ओशो के फॉलोअर्स की ओर से कहा गया कि इस कार्यक्रम का ओशो से कोई संबंध नहीं है. इसके अलावा कार्यक्रम में शामिल किए गए अलग-अलग आइटम का भारतीय तत्व ज्ञान से भी कोई संबंध नहीं पाया गया, सिर्फ उनके नामों का इस्तेमाल कर पैसे कमाना मकसद था.
सेक्स एजूकेशन के नाम पर यौन उत्तेजन कर पैसे ऐंठने का कार्यक्रम
भारतीय प्राचीन परंपरा में वात्सायन की किताब ‘कामसूत्र’ समेत ऐसे कई ग्रंथ हैं, जिनमें सेक्स से जुड़ी बातों की भी शिक्षा दी गई है. इसके पीछे का दर्शन मानव समाज को सांसारिकता से आध्यात्मिकता की ओर मोड़ने का रहा है. भारतीय तंत्र विधि और पूजा पद्धति में तो योनि और लिंग का बहुत महत्व है. इसे उर्वरा शक्ति और ब्रह्माण्ड की सृजनशीलता से जोड़ा गया है. लेकिन पुणे के ‘सेक्स तंत्रा’ में शेड्यूल किए गए टॉपिक का इन सब्जेक्ट्स से कोई सीधा संबंध नहीं था. इन्हें बस आंखों में धूल झोंकने के लिए छलावे के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था. नवरात्रि के मौके पर कॉलेजों में पढ़ने वाले अमीर घरों के युवा लड़के-लड़कियों को टारगेट कर उनसे पैसे बनाने का जुगाड़ किया गया था.
‘सेक्स तंत्रा’ का यूपी कनेक्शन, रवि सिंह नाम के शख्स का था कार्यक्रम
पुणे के कई सामाजिक संगठनों ने इसके खिलाफ मुहिम चलाई और पुलिस आयुक्त तक अपनी शिकायत पहुंचाई. इसके बाद पुणे पुलिस ने इस कार्यक्रम के आयोजकों की खोज शुरू की. पता चला कि ‘सेक्स तंत्रा’ कार्यक्रम का आयोजन करने वाली संस्था का नाम ‘सत्यम शिवम सुंदरम फाउंडेशन’ है. यह संस्था उत्तर प्रदेश से संचालित होती है. इसके चीफ का नाम रवि सिंह है. पुलिस कार्रवाई के बाद अब रवि सिंह ने इस कार्यक्रम के आयोजन को रद्द कर दिया है. लेकिन सामाजिक संगठनों द्वारा कार्यक्रम के आयोजकों पर सख्त कार्रवाई की मांग शुरू है.