पंजाब की चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में छात्राओं के अश्लील वीडियो बनाने और उन्हें लीक करने के मामले में अब विदेशी कनेक्शन भी आ गया है. एक छात्रा ने आरोप लगाया है कि उसे विदेश से कॉल करके चुप रहने की धमकी दी गई थी और कहा गया था कि अगर उसने ऐसा नहीं किया तो उसका अश्लील वीडियो वायरल कर दिया जाएगा. इस नए खुलासे के बाद इस मामले में जांच के लिए एक नया एंगल पुलिस के सामने आ गया है.
एक पीड़ित छात्रा का इल्जाम है कि उसके फोन पर कनाडा से धमकी भरा कॉल आया था. फोन करने वाले ने उसे कहा कि उसके पास उसका (छात्रा) वीडियो है और अगर वो चुप नहीं रही तो वह उस वीडियो को वायरल कर देगा. छात्रा से शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने उस कॉल की छानबीन शुरू कर दी है. पुलिस के मुताबिक वो 2 मिनट 8 सेकेंड की कॉल थी. जिसकी जांच की जा रही है.
चौथे आरोपी का खुलासा
उधर, इस मामले में एक और आरोपी सामने आ गया है. सूत्रों के मुताबिक आरोपी छात्रा के मोबाइल से रिट्रीव व्हासएप चैट में मोहित नाम के शख्स से बातचीत है. जिसमें वीडियो का भी जिक्र है और लड़कियों के वीडियो बनाने का भी. मोहित नाम के शख्स से आरोपी छात्रा बोल रही है कि उसने तो मरवा ही दिया था. एक लड़की ने वीडियो बनाते देख लिया. तो मोहित कहता है कि सारे वीडियो और फोटो डिलीट कर दे.
7 दिन की पुलिस रिमांड पर तीनों आरोपी
इस तरह से इस मामले में यह चौथा आरोपी है. इसके अलावा पहले तीनों आरोपियों छात्रा, उसके बॉयफ्रेंड सनी मेहता और सनी के दोस्त रंकज वर्मा को सात दिनों के लिए पुलिस रिमांड में भेजा गया है. जहां तीनों से शुरुआती पूछताछ में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. पुलिस को आरोपी छात्रा के मोबाइल की जांच के दौरान एक दर्जन से ज्यादा अश्लील वीडियो भी मिले हैं.
लड़कियों ने आरोपी छात्रा से पूछे थे सवाल
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी MMS कांड का जब पहला वीडियो सामने आया था, उसमें आरोपी छात्रा और उसे घेरे 6 दूसरी लड़कियां दिख रही थीं. जिन्होंने सबसे पहले इस मामले की शिकायत की. उस वीडियो में बाकी लड़कियां आरोपी छात्रा से लगातार सवाल पूछ रही हैं. लगातार पूछ रही है कि उसने वीडियो बनाया या नहीं? और बनाया तो क्यों बनाया? किसके कहने पर बनाया?
पहले दिन ही सामने आ गई थी ब्लैकमेलिंग की बात
उसी वीडियो में आरोपी छात्रा मान लेती है कि उसने वीडियो बनाया और किसी के दबाव में बनाया. बाद में वो लड़कियों को उस ब्लैकमेलर की तस्वीर भी दिखाती है. जो उसके ब्वॉयफ्रेंड सनी मेहता है. यानि MMS कांड में ब्लैकमेलिंग का एंगल है और ये एंगल पहले दिन से था. आरोपी छात्रा और लड़कियों की बातचीत पर ध्यान दिया जाए तो आरोपी छात्रा साफ-साफ बता रही है कि उसने सनी मेहता के दबाव में बाकी लड़कियों के वीडियो भी बनाए थे लेकिन उन्हें डिलीट कर दिया. कहीं भेजा नहीं.
ब्लैकमेल कर रहा था ब्वॉयफ्रेंड सनी मेहता
आरोपी छात्रा के वीडियो में बाकायदा बयान है कि उसका ब्वॉयफ्रेंड सनी मेहता उसे ब्लैकमेल कर रहा था. उसके पास उसका अश्लील वीडियो था, जिसे वायरल करने की धमकी देकर वो दूसरी लड़कियों का वीडियो बनाने के लिए दबाव डाल रहा था. सनी मेहता ने आरोपी छात्रा का वीडियो अपने दोस्त रंकज वर्मा के साथ भी शेयर किया था.
हिमाचल पुलिस ने गिरफ्तार किए दो आरोपी
चंडीगढ़ केस में पहले दिन से ही ब्लैकमेलिंग का एंगल सामने था. पहले दिन ही ब्लैकमेलर सनी मेहता का नाम सामने आया. उसी दिन सनी के दोस्त रंकज वर्मा का पता चल गया. दोनों फौरन पुलिस के रडार पर भी आ गए. जिसके बाद हिमाचल पुलिस ने दोनों को दबोच कर पंजाब पुलिस को सौंपा. सोमवार को आरोपी छात्रा के साथ दोनों की कोर्ट पेशी हुई. अदालत ने तीनों को 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.
जांच के लिए एसआईटी का गठन
इस केस की संवेदनशीलता को समझते हुए पंजाब पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है. जिसमें 3 महिला अफसर शामिल है. यह SIT अब तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है. तीनों से ब्लैकमेलिंग का सच उलगवा रही है.
पंजाब के आईजी (हेडक्वार्टर) सुखचैन सिंह गिल ने बताया कि MMS कांड में ब्लैकमेलिंग के खेल का पता पहले दिन ही चल गया था. पहले लड़कियों के सवाल पर छात्रा ने इसका खुलासा किया और फिर गर्ल्स होस्टल की वॉर्डन राजविंदर कौर की फटकार में उसने सबकुछ बताया. एसआईटी अपना काम कर रही है. जांच में सारे तथ्य सामने आ जाएंगे.
अभी भी अनसुलझे हैं कई सवाल
MMS कांड में तीन दिन बाद भी कई सवाल अनसुलझे हैं. अब तक साफ नहीं है कि आरोपी छात्रा ने दूसरी लड़कियों के वीडियो बनाए या नहीं. बनाए तो कितनी लड़कियों के वीडियो बनाए. और बनाए तो क्या उन लड़कियों के वीडियो उसने किसी के साथ शेयर भी किए? MMS कांड में आरोपी छात्रा के ब्वॉयफ्रेंड और उसके दोस्त ही शामिल थे या कोई और भी इसमें शामिल है?
यूनिवर्सिटी भी करा रही है आंतरिक जांच
यूनिवर्सिटी कैंपस में अब सन्नाटा है. लेकिन बाहर काफी शोर है. पुलिस के साथ चंड़ीगढ़ यूनिवर्सिटी भी अपने स्तर पर जांच करा रही है. पुलिस की एसआईटी में सभी तीनों अफसर महिला हैं तो यूनिवर्सिटी के 9 सदस्यों वाली जांच कमेटी में 5 प्रोफेसर और 3 छात्र शामिल हैं. दोनों टीम अपने-अपने स्तर पर MMS कांड की जड़ तक पहुंचने में लगी हैं.
हॉस्टल मैनेजर ने बुलाई थी पुलिस
मोटे तौर पर चार बातें कही गई हैं. पहली बात तो यही है कि सबसे पहले 6 लड़िकयों ने वीडियो बनाने की शिकायत की. सबसे पहले हॉस्टल वार्डन राजविंदर कौर से शिकायत की गई. वॉर्डन ने आरोपी छात्रा को फटकार लगाई. वीडियो डिलीट करवाई. लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया तो लड़कियों ने हॉस्टल मैनेजर रितु रनौट को अपनी बात बताई. रनौत ने के सामने आरोपी छात्रा ने वीडियो बनाने की बात मानी तो फिर पुलिस बुलाई गई.
दिल्ली और मुंबई के नंबरों पर की गई कॉल
पुलिस ने आरोपी छात्रा, उसके ब्वॉयफ्रेंड और उसके दोस्त रंकज वर्मा के मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं. तीनों के फोन की फोरेंसिक जांच हो रही है. सारे डिलीट वीडियो रिट्रीव करने की कोशिश की जा रही है. ये भी पता किया जा रहा है कि तीनों ने अब तक किन-किन लोगों को वीडियो शेयर किए. सूत्रों के मुताबिक आरोपी ने दिल्ली और मुंबई के नंबरों पर भी गई कॉल किए हैं.