महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण का कहना है कि कांग्रेस का नया प्रमुख ‘पार्ट टाइम’ नहीं होना चाहिए और उन्हें सभी से मुलाकात करना चाहिए। चव्हाण ने पार्टी में चुनाव की प्रक्रिया को मजबूत करने की बात ही है। साथ ही राज्यों की तरफ से राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के लिए जारी प्रस्तावों पर भी सवाल उठाए। खास बात है कि चव्हाण भी G-23 समूह में शामिल रहे हैं, जो पार्टी में लगातार सुधार की मांग कर रहा था।
राहुल और गांधी परिवार पर क्या बोले दिग्गज
अटकलें लगाई जा रही थी कि राहुल को मनाने की कोशिशें जारी हैं, लेकिन वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते। चव्हाण ने कहा, ‘अगर राहुल गांधी आज भी चुनाव लड़ना चाहते हैं, वह फार्म भरते हैं तो हम उनका स्वागत करेंगे।’ खुद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोग गहलोत भी वायनाड सांसद को मनाने की बात कह रहे थे। उन्होंने इस बात की पुष्टि की थी कि गांधी परिवार से कोई चुनाव नहीं लड़ेगा। इसपर पूर्व सीएम कहते हैं, ‘वह इस बात पर अडिग थे। मुझे नहीं पता कि लोगों को ऐसा क्यों लग रहा था कि वह दिखावा कर रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘हम कभी भी एक परिवार के खिलाफ नहीं थे, यह बकवास है।’ उन्होंने कहा, ‘हम केवल यही चाहते हैं कि जो भी प्रमुख बने, वह चुनाव के जरिए बने और लोगों से मिलने के लिए उपलब्ध रहे। सोनिया गांध ने इन दोनों मांगों को मान लिया।’ खास बात है कि कांग्रेस में 22 सालों के बाद अध्यक्ष पद पर चुनाव हो रहे हैं। अगर गहलोत जीत जाते हैं, तो पार्टी को दो दशक से ज्यादा समय के बाद गैर-गांधी चीफ मिलेगा।
गहलोत की दो पदों वाली इच्छा का विरोध
खबरें आती रही थी कि गहलोत अध्यक्ष पद का चुनाव जीतने की स्थिति में भी कुछ समय के लिए राजस्थान के सीएम बने रहना चाहते हैं। चव्हाण इस बात का विरोध करते हैं। उन्होंने कहा, ‘वह वरिष्ठ नेता हैं, एक अच्छे नेता है। हमें अभी भी फैसला लेना कि उनका समर्थन करेंगे या नहीं। लेकिन अगर वह दोनों पदों पर बने रहना चाहते हैं, तो हम इसका विरोध करेंगे। क्या कांग्रेस का प्रमुख होना पार्ट-टाइम जॉब है? क्या मुख्यमंत्री एक पॉर्ट टाइम जॉब है?’
कांग्रेस अध्यक्ष पद पर चुनाव के लिए शनिवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो रही है। फिलहाल, गहलोत के बाद तिरुवनंतपुरम सांसद शशि थरूर मैदान में नजर आ रहे हैं। नेता 30 जनवरी तक पर्चा भर सकेंगे। 17 अक्टूबर को पद के लिए चुनाव आयोजित होंगे। वहीं, 19 अक्टूबर को मतगणना होगी।