दुनिया के सबसे अमीर लोगों का एक ग्रुप, एक खजाने की खोज में खूब पैसे लगा रहे हैं. इस लिस्ट में बिल गेट्स, अमेजन के मालिक जेफ बेजोस, बिजनेसमैन और पॉलिटिशियन माइकल ब्लूमबर्ग जैसे अरबपतियों का नाम शामिल है. खजाने की खोज के लिए ट्रांसमीटर लगे हेलीकॉप्टर्स तक का इस्तेमाल किया जा रहा है.
जलवायु संकट की वजह से ग्रीनलैंड के बर्फीले पहाड़ काफी तेजी से पिघल रहे हैं. सदियों से बर्फ के अंदर दबे कुछ इलाके बाहर आ गए हैं. यह आपदा वैसे इन्वेस्टर्स और माइनिंग कंपनियों के लिए बड़ा अवसर लेकर आया है, जो ग्रीन एनर्जी ट्रांजिशन में मददगार बहुमूल्य पदार्थों की खोज में हैं.
nickel और cobalt का हो सकता है भंडार
बिल गेट्स से लेकर जेफ बेजोस तक कई अरबपतियों को लगता है कि ग्रीनलैंड के डिस्को आइलैंड और नुसुआक पेनिनसुला में मौजूद पहाड़ियों और घाटियों के नीचे बहुमूल्य पदार्थों का भंडार है. इससे अरबों इलेक्ट्रिक गाड़ियां दौड़ाई जा सकती हैं.
अरबपतियों का ग्रुप Kobold Metals को आर्थिक सहायता दे रही है. कंपनी के प्रतिनिधियों ने बताया कि Kobold Metals कैलिफोर्निया बेस्ड स्टार्टअप है और कंपनी मिनरल्स की खोज करती है.
ग्रीनलैंड में यह कंपनी Bluejay Mining के साथ मिलकर दुर्लभ और कीमती मेटल्स की खोज कर रही है. इलेक्ट्रिक गाड़ियों और रिन्यूएबल एनर्जी को स्टोर करने के लिए बनाए जाने वाली बड़ी-बड़ी बैटरीज को बनाने के लिए ये मेटल्स जरूरी हैं.
खजाने की खोज में 30 जियोलॉजिस्ट्स, जियोफिजिसिस्ट्स, कुक्स, पायलट्स और मैकेनिक्स लगे हुए हैं. क्रू मिट्टी के सैंपल्स ले रहे हैं, ट्रांसमीटर लगे ड्रोन और हेलीकॉप्टर के जरिए इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड की तलाश की जा रही है. ताकि जमीन के अंदर मौजूद अलग-अलग पत्थरीली सतहों के बारे में पता लगाया जा सके.
ये लोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल से उस जगह का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं जहां पर खजाना छुपा है, ताकि वे लोग खुदाई कर उसे निकाल सके.