ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को यूक्रेन की वर्तमान स्थिति को लेकर एक खुफिया एजेंसी का अपडेट ट्वीट किया है. ट्वीट में दावा किया गया है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन से जारी जंग से पीछे हटने वाले सैनिकों को गोली मारने का आदेश दिया है. ब्रिटन ने दावा किया है कि रूस इसके लिए एक स्पेशल यूनिट तैनात कर रही है. ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी ने इस कदम का कारण रूसी सेना के अंदर युद्ध में उत्साह और मनोबल में आई कमी को बताया है.
Latest Defence Intelligence update on the situation in Ukraine – 04 November 2022
Find out more about the UK government's response: https://t.co/CWHuZrKery
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— Ministry of Defence ?? (@DefenceHQ) November 4, 2022
चेतावनी के बाद शूटिंग का आदेश
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने यह भी कहा है कि रूसी जनरल ने अपने कमांडरों से कहा है कि जंग से पीछे हटने वालों सैनिकों के खिलाफ हथियार का इस्तेमाल किया जाए. रिपोर्ट के अनुसार, चेतावनी देने के बाद भी अगर सैनिक मानने को तैयार नहीं होते हैं तो उन्हें गोली मार देने का भी आदेश शामिल है.
पुतिन ने खुद मोर्चा संभाला
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने सैनिकों को पीछे हटने से रोकने के लिए खुद मोर्चा संभाल रखा है. सितंबर में न्यूयार्क टाइम्स में पब्लिश खबर के अनुसार, खेरसान शहर में यूक्रेन का दखल बढ़ता देख रूसी सेना ने राष्ट्रपति पुतिन से पीछे हटने का अनुरोध किया था, जिसे पुतिन ने अस्वीकार कर दिया था.
रूस ने जंग से पीछे हटने वाले सैनिकों के लिए सजा भी बढ़ा दी है. सितंबर में रूस ने एक विधेयक पारित किया था. इस विधेयक के द्वारा जंग से पीछे हटने वाले सैनिकों की सजा 5 साल से बढ़ाकर 10 साल कर दिया गया है. दंड को लागू करने की अनुमति देने वाला डिक्री पर पुतिन ने हस्ताक्षर कर इस विधेयक पर मुहर लगाई.
रूसी सेना में मनोबल की कमी का दावा
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने जून में भी कहा था कि रूसी सैनिकों ने पुतिन का आदेश मानने से इनकार कर दिया है. जिसके कारण रूसी अधिकारियों और उनके सैनिकों के बीच गतिरोध की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
पिछले नौ महीने से जारी जंग में सितंबर में पहली बार रूस को बड़ी हार का सामना करना पड़ा था. रूस की सेना पिछले कुछ दिनों में यूक्रेन के कई इलाकों में पीछे हट गई है. जिसमें यूक्रेन की पूर्वी डोनेत्सक क्षेत्र का लाइमेन शहर भी शामिल है.
घर जाने के लिए हो रहे घायल
यूक्रेन द्वारा पकड़े गए कई रूसी सेना रोते हुए अपना व्यथा सुनाते हैं. रूस के सैनिकों का कहना है कि वे जान बूझ कर घायल होना चाहते हैं ताकि वे घर जा सकें. रूस में कई युवकों ने लड़ाई में बुलाए जाने के डर से देश छोड़ दिया है.