लखनऊ। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के साथ पुनर्मिलन होने के बाद प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के संस्थापक शिवपाल यादव ने बुधवार को मैनपुरी और इटावा के लोगों से अखिलेश को ‘‘छोटे नेता जी” कहकर पुकारने को कहा क्योंकि लोग पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव को ‘‘नेताजी” कहकर बुलाते थे।
मैनपुरी संसदीय क्षेत्र के अपने जसवंत नगर क्षेत्र में एक चुनावी सभा में शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव के हाल के एक भाषण का संदर्भ देते हुए कहा, “आपने (अखिलेश) करहल में कहा कि नेताजी (मुलायम सिंह) जैसा कोई नेता नहीं है। मैं कहना चाहूंगा कि मैनपुरी और सैफई के लोग उन्हें बड़े मंत्री कहा करते थे और मुझे छोटे मंत्री। अब मैं चाहता हूं कि आप सभी उन्हें (अखिलेश) छोटे नेता जी कहकर पुकारें।”
एकजुटता प्रदर्शित करते हुए अखिलेश यादव और डिंपल यादव ने चाचा शिवपाल यादव के मंच पर पहुंचने पर उनके चरण स्पर्श किए। शिवपाल मैनपुरी सीट पर बहू डिंपल यादव का समर्थन कर रहे हैं। यह सीट मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई थी। शिवपाल ने कहा, “यह मेरी बहू है और इस चुनाव में एक उम्मीदवार। मैं मैनपुरी के लोगों से ऐसी जीत दिलाने की अपील करता हूं जो विपक्षियों ने कहीं देखी न हो।”
उन्होंने भाजपा उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य की आलोचना की जो कभी उनके बहुत करीबी लोगों में शामिल थे। शाक्य का नाम लिए बगैर उन पर तीखा हमला करते हुए शिवपाल ने कहा, “कुछ लोग खुद को उनका शिष्य कहते हैं, लेकिन वे होते नहीं हैं। एक सच्चा शिष्य हमेशा साथ छोड़ने से पहले अनुमति लेता है।” उन्होंने कहा, “मेरी वजह से ही उसे क्लर्क की नौकरी मिली। मैंने उसे इस्तीफा दिलाया और दो बार सांसद बनाया।”