कोरोना महामारी से निपटने के लिए सरकार ने कमर कसनी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को एक चिट्ठी लिखी, जिसमें कोरोना से निपटने के लिए सभी तैयारियां करने का निर्देश दिया गया है. मंत्रालय ने सभी राज्यों को कोरोना मैनेजमेंट के लिए अस्पतालों में ऑक्सीजन की सप्लाई और अन्य इक्वीपमेंट्स सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
- पीएसए प्लांट्स को पूरी तरह चालू रखा जाए और उन्हें जांचने के लिए नियमित मॉक ड्रिल आयोजित की जाए.
- स्वास्थ्य सुविधाओं में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (LMO) की उपलब्धता और उनकी रिफिलिंग के लिए बिना रुकावट के आपूर्ति चेन सुनिश्चित की जानी चाहिए.
- बैकअप स्टॉक और मजबूती के साथ ऑक्सीजन सिलेंडरों की पर्याप्त सूची रिफिलिंग सिस्टम को बनाए रखा जाए.
- वेंटीलेटर्स, बीआईपीएपी जैसे लाइफ़ स्पोर्टिंग इक्वीपमेंट्स की उपलब्धता और SpO2 सिस्टम की उप्लब्धता सुनिश्चित की जाए.
- ऑक्सीजन के लिए राज्य स्तर पर ऑक्सीजन कंट्रोल रूम को फिर से सक्रिय किया जाना चाहिए.
- ओडीएएस प्लेटफॉर्म के लिए ऑक्सीजन का इस्तेमाल करने वाली सभी स्वास्थ्य सुविधाओं की ऑन-बोर्डिंग लागू करने के लिए रोजाना ऑक्सीजन की मांग और खपत पर नजर रखी जाए.
आंकड़ों के मुताबिक, भारत में देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 220.4 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं. गौरतलब है कि भारत में सात अगस्त 2020 को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी. संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे.
देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे. पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी. इस साल 25 जनवरी को संक्रमण के कुल मामले चार करोड़ के पार हो गए थे.