कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) में 2 बार स्वर्ण पदक जीत चुकीं देश की जानी-मानी वेटलिफ्टर संजीता चानू (Sanjita Chanu) एक बार फिर डोप टेस्ट (Dope Test) में फंस गई हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) ने गुजरात नेशनल गेम्स (Gujarat National Games 2022) में उनके सैंपल लिए थे, जिसमें स्टेरायड ड्रास्टेनोलॉन पाया गया है. इसके बाद संजीता पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया गया है. अब संजीता को नाडा के सुनवाई पैनल के सामने अपनी बेगुनाही साबित करनी होगी वरना उन पर 4 साल का बैन लगेगा.
2014 के ग्लासगो और 2018 के गोल्डकोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली संजीता ने 30 सिंतबर 2022 को अहमदाबाद में हुए नेशनल गेम्स में 49 किलो भारवर्ग में शिरकत की थी. इसमें मीराबाई चानू ने 191 किलो वजन के साथ स्वर्ण और संजीता ने 187 किलो वजन के साथ रजत पदक जीता था. इसी दौरान नाडा ने उनका सैंपल लिया था, जिसमें स्टेरायड पाया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, संजीता का बी सैंपल भी हो गया है और उसका नतीजा ए सैंपल जैसा ही आया है.
संजीता चानू पर इससे पहले मई 2018 में डोपिंग का आरोप लगा था. हालांकि, तब इंटरनेशनल वेटलिफ्टिंग फेडरेशन (IWF) ने अपनी गलती मानते हुए 2020 में उन्हें आरोपों से बरी कर दिया था. इससे संजीता के करियर को 2 साल का नुकसान हुआ. दरअसल, आईडब्ल्यूएफ ने 2017 में अमेरिका में विश्व चैंपियनशिप के दौरान उनका सैंपल लिया. इसकी जांच के बाद कहा गया कि उनका टेस्टोस्टोरोन लेवल ज्यादा है. हालांकि, बाद में आईडब्ल्यूएफ ने माना कि उससे सैंपल नंबर में गलती हो गई और संजीता से इसका संबंध नहीं है. वहीं, संजीता के अलावा गुजरात नेशनल गेम्स में 55 किलो भारवर्ग में सिल्वर मेडल जीतने वाली वीरजीत कौर भी डोप पॉजिटिव पाई गई हैं.