विराट कोहली (Virat Kohli) बेहतरीन फॉर्म में वापस आ गए हैं. श्रीलंका के खिलाफ (IND vs SL) पहले वनडे में उन्होंने 113 रन की आक्रामक पारी खेली. यह उनका वनडे का 45वां शतक है. वे अब सचिन तेंदुलकर के सबसे अधिक 49 वनडे शतक के रिकॉर्ड से सिर्फ 4 कदम दूर हैं. श्रीलंका के खिलाफ दूसरा वनडे आज कोलकाता में होना है. ऐसे में सभी को उम्मीद है कि कोहली एक बार फिर बड़ी पारी खेलने में सफल रहेंगे. इस बीच टीम इंडिया के पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर (R Sridhar) ने अपनी किताब ‘कोचिंग बियॉन्ड’ में कोहली और एमएस धोनी (MS Dhoni) के रिश्ते को लेकर बड़ा खुलासा किया है. श्रीधर ने लिखा है कि कोहली टेस्ट की कप्तानी मिलने के बाद वनडे और टी20 टीम की कप्तानी को लेकर काफी उतावले थे और उन्होंने पूर्व कप्तान धोनी को नजरअंदाज करना शुरू कर दिया था.
आर श्रीधर ने अपनी किताब में लिखा, 2016 में एक समय आया, जब विराट कोहली टेस्ट के अलावा व्हाइट बॉल टीम के कप्तान बनने के लिए काफी उत्सुक थे. उनकी कई बातों से लग रहा था कि वे इस फॉर्मेट की भी कप्तानी चाहते हैं. इसके बाद टीम के डायरेक्टर रवि शास्त्री ने उन्हें फोन किया और समझाया. मालूम हो कि पिछले साल साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मिली हार के बाद कोहली ने टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ दी थी. 2021 में हुए टी20 वर्ल्ड कप के बाद उन्होंने टी20 की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था जबकि बोर्ड ने इसके बाद उनसे वनडे टीम की कप्तानी वापस ले ली थी.
सम्मान करो, तभी सम्मान मिलेगा
रवि शास्त्री ने विराट कोहली से कहा कि आपको टेस्ट टीम की कप्तानी मिल गई है. अभी धोनी व्हाइट बॉल टीम के कप्तान बने हुए हैं और आपको उनका सम्मान करना चाहिए. सही समय पर आपको धोनी व्हाइट बॉल टीम की कप्तानी भी दे देंगे. अगर आप उनका सम्मान करेंगे, तो जब आप कप्तान बनेंगे तो आपका भी कोई सम्मान नहीं करेगा. आपको कप्तानी के पीछे नहीं भागना चाहिए, आपको कप्तानी एक दिन मिलेगी ही. श्रीधर ने बताया कि कोहली ने शास्त्री की बात को माना और आगे चलकर कोहली को व्हाइट बॉल टीम की कप्तानी भी मिल गई.
पिछले दिनों विराट कोहली ने एमएस धोनी की बात को याद करते हुए कहा था कि जब उन्होंने टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ी थी, तब सिर्फ धोनी ने उन्हें मैसेज किया था. मेरा नंबर कई लोगों के पास है और कई लोग मुझे टीवी पर सलाह भी देते रहते हैं, लेकिन किसी का संदेश मुझे इस दौरान नहीं मिला. मालूम हो कि कप्तानी छोड़ने के बाद कोहली ने पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया में हुए टी20 वर्ल्ड कप में बल्ले से जोरदार प्रदर्शन किया था और सबसे अधिक रन बनाए थे. हालांकि टीम इंडिया का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा था.
विराट कोहली टेस्ट में टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तान हैं. उनकी अगुआई में टीम ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने में सफल रही थी. हालांकि आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीतने के कारण कोहली की कप्तानी पर सवाल उठे. कोहली ने बतौर कप्तान 68 टेस्ट में से 40 में जीत हासिल की. अन्य कोई भारतीय कप्तान 30 टेस्ट नहीं जीत सका. कोहली ने वनडे में 95 में से 65 मैच जबकि टी20 इंटरनेशनल में 50 में 30 मैच जीते.