रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के साथ युद्ध में रूसी सेना का नया टॉप कमांडर नियुक्त किया है. पुतिन ने वालेरी गेरासिमोव को यूक्रेन युद्ध का जिम्मा सौंपा है. वर्तमान में वालेरी गेरासिमोव रूसी आर्म्ड फोर्स में जनरल स्टाफ के प्रमुख पद पर तैनात हैं. अब वालेरी गेरासिमोव यूक्रेन में रूसी सेना के विशेष सैन्य अभियान के प्रमुख होंगे. वहीं कमांडर सर्गेई सुरोविकिन को प्रमुख पद से हटाते हुए वालेरी गेरासिमो का डिप्टी बनाया गया है.
रूसी सेना के सबसे बेरहम अफसरों में शामिल सर्गेई सुरोविकिन को पिछले साल अक्टूबर महीने में यूक्रेन में रूसी सेना के विशेष अभियान का कमांडर नियुक्त किया गया था. सुरोविकिन को जिस समय तैनात किया गया था, उस समय यूक्रेन की सेना रूसी सेना को कई बार झटका दे चुकी थी.
यूक्रेन में रूसी सेना की रणनीति को और आक्रमक बनाने के लिए ही राष्ट्रपति पुतिन ने सुरोविकिन को तैनात किया था. हालांकि, पुतिन सुरोविकिन की रणनीति से संतुष्ट नहीं रहे और अब तीन महीने में ही उन्हें पद से हटाने की घोषणा कर दी गई है. वालेरी गेरासिमोव के साथ-साथ सुरोविकिन दो अन्य रूसी सेना के जनरल के साथ भी काम करेंगे, जिनका नाम ओलेग साल्युकोव और एलेक्सी किम है.
सुरोविकिन के तैनात होने के दो दिन बाद ही रूसी सेना की जंग में रणनीति बदली हुई नजर आई. रूसी सेना ने यूक्रेन में लगातार ड्रोन और मिसाइल अटैक करने शुरू कर दिए, जिस वजह से यूक्रेन के कई इलाकों में भयंकर तबाही मची और बड़ी-बड़ी इमारते जमीन में मिल गई. इस वजह से आम नागरिकों को बिजली और पानी जैसे संकटों से भी जूझना पड़ा था.
सुरोविकिन की नियुक्ति के एक महीने बाद रूसी सेना दक्षिण यूक्रेन के बड़े शहर खेरसोन से हट गई. यूक्रेन में खेरसोन सिर्फ एक ऐसी क्षेत्रीय राजधानी थी, जिसपर रूसी सेना का पूरी तरह कब्जा था.
रूस के वैगनर ग्रुप का सोलेदार पर कब्जे का दावा
रूस के एक समूह वैगनर ने यूक्रेन में नमक खदानों के लिए मशहूर सोलेदार शहर पर कब्जा करने का दावा किया है. हालांकि, यह समूह इससे पहले भी ऐसा दावा कर चुका है, जिसको लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने उनका मजाक भी उड़ाया था. हालांकि, इस बार ग्रुप के दावे पर अभी तक जेलेंस्की की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.