राजस्थान (Rajasthan) की एंटी करप्शन यूनिट (ACB) ने अजमेर (Ajmer) में रिश्वत लेने के एक मामले में बड़ी कार्रवाई की है. ACB के जयपुर विंग ने स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की एडिशनल एसपी दिव्या मित्तल (Divya Mittal corruption case) के आवास की तलाशी ली. जिसके बाद दिव्या मित्तल को गिरफ्तार कर लिया गया. ACB की टीम अजमेर स्थित आनासागर झील में भी सर्च ऑपरेशन चला रही है. खबर है कि दिव्या मित्तल ने अपने मोबाइल फोन और कुछ अन्य सामान आनासागर झील में फेंका था.
आज तक से जुड़े चंद्रशेखर शर्मा की रिपोर्ट के अनुसार दिव्या मित्तल को ACB की कार्रवाई के बारे में एक दिन पहले ही भनक लग गई थी. जिसके बाद उन्होंने अपने दो मोबाइल फोन आनासागर झील में फेंक दिए थे. पूछताछ के दौरान दिव्या ने ये बात कबूल भी की. ACB के सूत्रों के अनुसार दिव्या मित्तल ने रविवार, 15 जनवरी की रात अपने फोन झील में फेंके थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने 5-6 मिठाई के डिब्बे और दो बैग भी झील में फेंके थे.
इसके बाद ACB की टीम ने जांच करते हुए आनासागर झील में तलाशी अभियान शुरू किया है. झील की गहराई ज्यादा होने के कारण NDRF की मदद भी ली जा रही है. NDRF के जवान आनासागर झील में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं, लेकिन अभी तक कुछ भी बरामद नहीं हुआ है.
रिश्वत की रकम ऊपर तक जाती थी
दिव्या मित्तल ने अपने बचाव में कहा कि उन्होंने ड्रग माफियाओं को पकड़ा था, जिसके इनाम में उन पर ये आरोप लगाए जा रहे हैं. दिव्या के मुताबिक अजमेर के कई अधिकारी ड्रग मामले में शामिल हैं.
दरअसल, राजस्थान की एंटी करप्शन यूनिट दो करोड़ रुपये की रिश्वत लेने के मामले की जांच कर रही है. ACB ने इसी मामले में दिव्या मित्तल को गिरफ्तार किया है. दिव्या ने बताया कि यहां ड्रग माफियाओं का रैकेट चलता है. और वो उन्हें लगातार ट्रैक कर रही थीं. इस वजह से उनके खिलाफ ये कार्रवाई की जा रही है.
दिव्या मित्तल के मुताबिक इस मामले में अजमेर के कई बड़े अधिकारी शामिल हैं. रिश्वत की रकम ऊपर तक पहुंचती है. दिव्या के इस खुलासे ने अजमेर पुलिस को भी कठघरे में लाकर खड़ा कर दिया है. अब इस मामले में ACB की टीम जांच कर रही है और पता लगा रही है कि रिश्वत की रकम कहां तक जाती है.
क्या है मामला?
राजस्थान की अजमेर पुलिस ने साल 2021 में 16 करोड़ रुपये से ज्यादा की नशीली दवाओं की एक खेप पकड़ी थी. इसमें से जयपुर में साढ़े पांच करोड़ ओर अजमेर से 11 करोड़ रुपये की दवाओं के साथ आरोपी पकड़े गए थे. इस मामले में आरोपियों का नाम हटाने के बदले में दिव्या मित्तल पर रिश्वत मांगने के आरोप लगे. मामले में रिश्वत लेने की जानकारी एक शख्स ने 4 जनवरी को ACB को दी थी. जिसके बाद ACB ने कार्रवाई शुरू की.