लखनऊ। कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें लगातार बढ़ती दिख रही हैं तो दूसरी तरफ अब उनके समर्थन में भी दिग्गज पहलवानों के नाम सामने आने लगे है. पहले दिव्या काकरान और अब कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले नरसिंह यादव ने खुलकर बृजभूषण शरण सिंह की कार्यशैली की तारीफ की है. नरसिंह यादव ने इसे बड़ी साजिश बताया है. उन्होंने कहा कि एक समय जैसे मेरे साथ साजिश की गई थी, ठीक वैसी ही साजिश बृजभूषण के साथ की जा रही है. नरसिंह का कहना था कि बृजभूषण के कुश्ती महासंघ में आने के बाद नियमों में सुधार हुआ है और हर राज्य के खिलाड़ियों को मौका मिल रहा है.
बता दें कि नरसिंह यादव मूलरूप से यूपी के वाराणसी से हैं और महाराष्ट्र की तरफ से खेलते हैं. वर्तमान में मुंबई पुलिस में कार्यरत हैं. आरोप है कि दिग्गज पहलवान सुशील कुमार और उनके कोच ने नरसिंह के ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिला दिया था, जिसकी वजह से वो डोप टेस्ट में फेल हो गए थे.
क्या है पूरा मामला
ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार इस समय जेल में बंद हैं. वो सागर हत्याकांड में आरोपी हैं. बात जून 2016 की है. उन दिनों रियो ओलंपिक की तैयारी चल रही थी. रेसलिंग में भारत की तरफ से नरसिंह का नाम प्रस्तावित था. रेसलिंग फेडरेशन का तर्क था कि 2015 से सुशील कुमार ने किसी ट्रायल में भाग ही नहीं लिया. ऐसे में नरसिंह यादव की तैयारी उनसे बेहतर थी. नरसिंह यादव सितंबर 2015 से तैयारी कर रहे थे. नरसिंह का नाम फाइनल होता देख सुशील कुमार कोर्ट जा पहुंचे. इस मामले को लेकर दो सप्ताह तक कोर्ट में सुनवाई चली. इस मामले को लेकर नरसिंह और सुशील कुमार के बीच काफी तनाव हो गया था. जून 2016 में डोप टेस्ट में रेसलर नरसिंह यादव फेल हो गए.
आरोप था कि नरसिंह के खाने में पाउडर जैसा कुछ मिलाया गया था. जिसकी वजह से वो डोप टेस्ट में फेल हो गए थे. हालांकि इस मामले में एक संदिग्ध शख्स की पहचान की गई थी, जिसने खाने में पाउडर मिलाया था. रेसलिंग फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कोर्ट को उस वक्त बताया था कि रसोइए ने उस शख्स की पहचान भी कर ली है. संदिग्ध शख्स एक अंतरराष्ट्रीय रेसलर का छोटा भाई बताया जा रहा था. इस मामले के बाद नरसिंह की जगह प्रवीण राणा का नाम भेजा गया था. नरसिंह यादव को अगले 4 साल के लिए बैन कर दिया गया था.
अभी पहलवान क्यों दे रहे हैं धरना?
दिल्ली के जंतर-मंतर में देश के पहलवान तीन दिन से धरना दे रहे हैं. उनका आरोप है कि कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह मनमानी करते हैं. महिला पहलवानों का यौन शोषण किया जाता है. मानसिक तौर पर टॉर्चर किया जा रहा है. पहलवानों के साथ अभद्रता की जाती है. इस सबमें कोच और रेफरी भी शामिल है. पहलवानों ने पूरे फेडरेशन को भंग करने की मांग की है. बृजभूषण शरण सिंह का इस्तीफा भी मांगा जा रहा है. हालांकि, बृजभूषण ने आरोपों को सिरे से खारिज किया है. उन्होंने कहा कि मुझे साजिशन फंसाया जा रहा है.