आर्थिक बदहाली झेल रहे पड़ोसी देश पाकिस्तान से बड़ी खबर है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पाकिस्तान को कर्ज देने से इनकार कर दिया है। इससे पहले आईएमएफ ने पाकिस्तान से बजट के संबंध में अतिरिक्त जानकारी मांगी थी। पाकिस्तान को 10 अरब डॉलर के विदेशी ऋण का तत्काल जरूरत है।
IMF ने पाकिस्तान से ऐसे समय में पल्ला झाड़ा है, जब वहां आर्थिक संकट बद से बदतर हालत में जा पहुंचा है। आईएमएफ ने संकटग्रस्त देश की मदद के लिए बचाव दल भेजने से भी इनकार किया है। शहबाज शरीफ सरकार ने आईएमएफ से समीक्षा पूरी करने के लिए एक टीम भेजने का अनुरोध किया था। अटकलें लगाई जा रही थीं कि आईएमएफ पाकिस्तान को आर्थिक संकट से निपटने में आर्थिक मदद कर सकता है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय संस्था ने पाकिस्तान के अनुरोध को ठुकरा दिया।
पाकिस्तान भुगतान संकट के संतुलन से जूझ रहा है। रॉयटर्स के मुताबिक, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) का विदेशी मुद्रा भंडार गिरकर 4.343 बिलियन डॉलर के निम्नतम स्तर पर पहुंच चुका है। पाकिस्तान ने 2019 में $ 6 बिलियन बेलआउट हासिल किया था, जो इस साल की शुरुआत में $ 1 बिलियन के साथ सबसे ऊपर था।
पाकिस्तान ने आर्थिक बदहाली से उबारने के लिए आईएमएफ सहित विभिन्न देशों से संपर्क किया था। पाकिस्तान पिछले कई वर्षों में सबसे खराब स्थिति से जूझ रहा है। हाल के दिनों में वहां गैस की कीमतों में 70 फीसदी और बिजली बिलों में 30 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है।