नई दिल्ली। पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ाता है. पैदा करता है. इसके सबूत कई बार दुनिया को मिल चुके हैं. पाकिस्तान दुनिया के उन 9 देशों में शामिल है, जिनके पास एटम बम हैं. ऊपर से भारत का पड़ोसी भी है. पाकिस्तान कई बार भारत से युद्ध लड़ चुका है. हर बार मुंह की खाई है. आतंकियों के जरिए भी वह कायरतापूर्ण लड़ाई करता है. पुलवामा में हुए आतंकी हमले में जब सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए, तब भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक कर दी.
दुनिया में जो 9 देश परमाणु हथियारों से लैस हैं, वो हैं- जिन देशों के पास परमाणु हथियार हैं- वो हैं अमेरिका, रूस, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, इजरायल और उत्तर कोरिया. रूस के पास 5977, अमेरिका के पास 5428, चीन के पास 350, फ्रांस के पास 290, यूके के पास 225, पाकिस्तान के पास 165, भारत के पास 160, इजरायल के पास 90 और उत्तरी कोरिया के पास 20 परमाणु हथियार हैं.
करगिल युद्ध के दौरान भी PAK ने तैनात किए थे परमाणु हथियार
1999 में करगिल युद्ध करीब दो महीने तक चला था. इसमें भारत की जीत हुई थी. युद्ध खत्म होने के तीन साल बाद 2002 में यह खुलासा हुआ था कि पाक ने इस दौरान परमाणु हथियार तैनात कर दिए थे. CIA एनालिस्ट ब्रूस रिडल ने बताया था कि 1999 में यूएस सैटेलाइट चित्रों से पता चला था कि पाकिस्तान ने भारत पर हमले के लिए परमाणु हथियारों को तैनात कर दिया था.
भारत के पास पाकिस्तान से कम परमाणु बम, लेकिन कम नहीं है दम
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) ने 13 जून 2022 को एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें कहा कि भारत अपने परमाणु हथियार बढ़ा रहा है. ये बात पूरी दुनिया को पता है कि पाकिस्तान के पास भारत से ज्यादा एटॉमिक हथियार है. पाकिस्तान के पास 165 परमाणु हथियार है, जबकि भारत के पास 160 परमाणु हथियार. परमाणु हथियार चलाने की नौबत आती है, तो भारत शायद पाकिस्तान से बेहतर निकले. क्योंकि भारत के पास हथियारों के ट्रांसपोर्टेशन और लॉन्च पैड्स ज्यादा बेहतर हैं.
पाकिस्तान की मिसाइलें भारत में कहां तक पहुंच सकती हैं
पाकिस्तान के पास कम दूरी की मिसाइलें – नस्त्र, हत्फ, गजनवी और अब्दाली हैं. इनकी मारक क्षमता 60 से 320 किमी है, जबकि मध्यम दूरी की मिसाइलें- गौरी और शाहीन की मारक क्षमता 900 से 2700 किमी है. अगर इन दोनों रेंज की मिसाइलों से हमला होता है तो दिल्ली, जयपुर, अहमदाबाद, मुंबई, पुणे, भोपाल, नागपुर, लखनऊ इसकी जद में आ सकते हैं. अब तबाही कितनी होगी यह निर्भर करता है मिसाइल में लगे हथियार पर. अगर परमाणु हथियार लगाया तो नुकसान बहुत ज्यादा हो सकता है.
पाकिस्तान की ताकतवर मिसाइलें, जो खतरा साबित हो सकती हैं
हत्फ-7/बाबर: पाकिस्तान की सबसे ताकतवर मानी जाने वाली मिसाइल है. यह एक मीडियम रेंज सबसोनिक क्रूज मिसाइल है. इसमें 450 से 500 किलोग्राम परमाणु वॉरहेड लगा सकते हैं. इन मिसाइलों के सात वैरिएंट्स हैं. अधिकतम रेंज 900 किलोमीटर है. गति 990 किलोमीटर प्रतिघंटा है. इसे टक्कर देने के लिए तो भारत की निर्भय (Nirbhay) मिसाइल ही काफी है.
हत्फ-4/शाहीन-1: इस पाकिस्तानी मिसाइल की रेंज 750 से 1000 किलोमीटर है. इसमें 1000 किलोग्राम का सिंगल वॉरहेड लगा सकते हैं. इसे कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों की कैटेगरी में रखा गया है. इसका आखिरी बार सफल परीक्षण 10 अप्रैल 2013 को किया गया था. उसके बाद से कोई परीक्षण नहीं हुआ है. परमाणु हथियार लग सकते हैं या नहीं इसकी जानकारी नहीं है.
हत्फ-5/गौरी: मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है. ऑपरेशनल रेंज 1500 किलोमीटर तक है. गति 123 मीटर प्रति सेकेंड है. इसका आखिरी बार परीक्षण 15 अप्रैल 2015 में किया गया था.
हत्फ-6/शाहीन-2: पाकिस्तान की इस मिसाइल की रेंज 2500 किलोमीटर है. यह हवा में 300 किलोमीटर की ऊंचाई तक जा सकती है. इसमें पारंपरिक उच्च-तीव्रता वाले विस्फोटक या फिर परमाणु हथियार लगाए जा सकते हैं. इसकी गति को लेकर खुलासा नहीं किया गया है.
शाहीन-3: कहा जाता है कि ये पाकिस्तान की सबसे खतरनाक मिसाइल है. इसकी रेंज 2750 किलोमीटर है. यानी पूरा भारत इसकी जद में आ सकता है. यह निर्भर करता है कि वह पाकिस्तान के किस इलाके से दागी जाती है. यहां तक की चीन तक यह मिसाइल पहुंच सकती है. यह एक मल्टी स्टेज सॉलिड-फ्यूल रॉकेट पर चलती है. इसकी गति या फिर मारक क्षमता के बारे में किसी भी तरह का खुलासा नहीं किया गया है. इसका आखिरी परीक्षण 9 अप्रैल 2022 को किया गया था.
भारतीय मिसाइलों से कब्रिस्तान बन जाएगा पूरा पाकिस्तान
भारत के पास कम दूरी की मिसाइल पृथ्वी है. इसकी मारक क्षमता 350 किमी है. अग्नि-I की रेंज 700 किमी, अग्नि-II 2000 किमी और अग्नि-III की रेंज 3000 किमी है. ये सभी सेना में शामिल की जा चुकी हैं. अग्नि-V की रेंज 5000 किलोमीटर है. यानी इन मिसाइलों की मदद से भारत पाक के सभी शहरों को निशाना बना सकता है. अगर भारत पाक पर परमाणु बम गिराता है तो इससे रावलपिंडी, लाहौर, इस्लामाबाद, नवशेरा और कराची शहर पूरी तरह बर्बाद हो सकते हैं.
लेकिन भारत पहले नहीं दागेगा परमाणु हथियार, नीति है ऐसी
भारत ने 1999 में ‘नो फर्स्ट यूज’ की परमाणु नीति घोषित की थी. यानी भारत कभी भी एटॉमिक हथियारों का पहले इस्तेमाल नहीं करेगा. भारत केवल परमाणु हमला होने की स्थिति में अपने परमाणु बमों का सहारा लेगा. वहीं, पाकिस्तान में ऐसा कोई नियम या कायदा नहीं है. यह पाकिस्तान के नेताओं और उच्च सैन्य अधिकारियों पर निर्भर करता है कि उन्हें कब और किस स्थिति में परमाणु हमला करना है.
अब जानिए की भारत की मिसाइलें क्या-क्या कर सकती हैं
भारत के पास ऐसी 9 प्रकार की मिसाइलें हैं, जो इन एटमी हथियारों से तबाही मचा सकती हैं. ये मिसाइलें जमीन, हवा, पानी हर जगह से लॉन्च की जा सकती है. कुछ मिसाइलें तो ऐसी हैं कि उनके हर तरह के वैरिएंट मौजूद हैं. ये मिसाइलें कम दूरी से लेकर आधी दुनिया तक पहुंच कर तबाही मचा सकती हैं. इन मिसाइलों की ताकत उनकी गति, रेंज और हथियार ढोने की क्षमता से पता चलता है.
ये हैं भारत की वो मिसाइलें जो हिला देंगी पाक की जमीन
अग्नि मिसाइलः भारत की सबसे खतरनाक मिसाइल. इसके छह वैरिएंट्स हैं. सातवां तैयार हो रहा है. ये सभी वैरिएंट परमाणु हथियार ले जा सकते हैं. रेंज के हिसाब से हथियार का वजन कम या ज्यादा कर सकते हैं. अग्नि-1 मीडियम रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल है. इसकी रेंज 900-1200 किलोमीटर है. अग्नि-पी भी MRBM हैं जिसकी रेंज 1000-2000 किलोमीटर है. ये अभी डेवलपमेंट फेज में है.
अग्नि-2 भी इसी श्रेणी की मिसाइल हैं, लेकिन उसका रेंज 2000-3500 किलोमीटर है. अग्नि-3 3500-5000 किलोमीटर दूरी तक मार करने वाली इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है. अग्नि-4 की रेंज 4000 KM है. अग्नि-5 ICBM है, जिसकी रेंज 5500 KM है. अग्नि-6 विकसित हो रही है. यह भी ICBM होगी. इसकी रेंज 12 से 16 हजार KM होगी.
पृथ्वी मिसाइलः इस मिसाइल के तीन वैरिएंट्स हैं. तीनों परमाणु हथियार ले जा सकते हैं. यह सरफेस टू सरफेस मार करने वाली टैक्टिकल बैलिस्टिक मिसाइल है. रेंज 150 किलोमीटर है. पृथ्वी-2 शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है. इसकी रेंज 250-350 KM है. पृथ्वी-3 भी SRBM है. रेंज 350-750 KM है. तीनों मिसाइलें 500 से 1000 KG वजन के परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं.
धनुष मिसाइल: धनुष मिसाइल असल में पृथ्वी-3 का नौसैनिक वर्जन है. इसे सतह से सतह या जहाज से जहाज पर मार करने के लिए विकसित किया गया है. धनुष परमाणु हथियार ले जा सकता है. 350 KM रेंज में 1000 KG, 600 KM की रेंज में 500KG और 750 KM रेंज में 250 KG वजन का हथियार उठा सकती है.
शौर्य मिसाइलः यह एक हाइपरसोनिक मिसाइल है, जो सरफेस टू सरफेस अटैक करती है. यह मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है. परमाणु हथियार ले जा सकती है. यह 50 KM की ऊंचाई तक जा सकती है. इसकी रेंज 700 से 1900 KM है. इसकी गति 9,190 KM प्रतिघंटा है. यह अपने साथ 200 से 1000 KG वजन के हथियार ले जा सकती है.
के-मिसाइल/सागरिकाः इस मिसाइल के दो वैरिएंट हैं. दो बन रहे हैं. सभी परमाणु हमला कर सकते हैं. के-15 यानी सागरिका मिसाइल पनडुब्बी से दागी जाने वाली कम रेंज की सबमरीन से दागी जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल है. रेंज 750 किमी है. यह 9260 KM प्रतिघंटा की रफ्तार से दुश्मन की ओर बढ़ती है.
ब्रह्मोस मिसाइल: दुनिया की सबसे तेज उड़ने वाली सुपरसोनिक मिसाइल है. इसके सात वैरिएंट मौजूद हैं. ये परमाणु हथियार से दुश्मन पर हमला कर सकती है. इन सबकी गति 3704 KM प्रतिघंटा है. इनकी रेंज 290 से 600 KM है. ये सभी मिसाइलें भारतीय थल सेना, वायु सेना और जल सेना में सर्विस दे रही हैं.
निर्भय मिसाइलः लंबी दूरी की हर मौसम में मार करने वाली सबसोनिक क्रूज मिसाइल है. यह 200 से 300 KG वजनी परमाणु हथियार ले जा सकती है. गति 864 से 1111 किलोमीटर प्रतिघंटा है. इसका उपयोग सतह से सतह पर मार करने के लिए किया जाता है. रेंज 1500 KM है.