नई दिल्ली। एशिया के सबसे अमीर और दुनिया चौथे सबसे रईस गौतम अडानी (Gautam Adani) को एक निगेटिव रिपोर्ट ने तगड़ा घाटा कराया है. अडानी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में 24 जनवरी 2023 के बाद ऐसी जोरदार गिरावट आई कि एक झटके में गौतम अडानी की संपत्ति (Gautam Adani Net Worth) से करीब 6 अरब डॉलर (4,89,20,64,00,000 रुपये) साफ हो गए. हालांकि, इस रिपोर्ट में जो बड़े सवाल उठाए गए हैं, उन पर अडानी ग्रुप ने सफाई दी है और आर-पार की लड़ाई लड़ने की तैयारी कर रहा है.
2017 में एंडरसन ने की थी कंपनी शुरू
सबसे पहले बात कर लेते हैं अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) की, जिसकी निगेटिव रिपोर्ट ने उथल-पुथल मचा दी है. इसके फाउंडर नाथन एंडरसन (Nathan Anderson) हैं. यूनिवर्सिटी ऑफ कनेक्टीकट (University of Connecticut) से इंटरनेशनल बिजनेस में ग्रेजुएट डिग्री प्राप्त करने वाले एंडरसन ने एक डेटा कंपनी फैक्टसेट रिसर्च सिस्टम्स इंक से करियर की शुरुआत की थी. यहां उनका काम इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनियों से संबंधित था. फिर उन्होंने साल 2017 में अपनी शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च को शुरू किया था.
ये काम करती है ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’
Hindenburg रिसर्च दरअसल, एक फॉरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म है जो इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव्स का विश्लेषण करती है. हिंडनबर्ग में किसी भी कंपनी में हो रही गड़बड़ी का पता लगाकर उस पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाती है और फिर उसे पब्लिश किया जाता है. इनमें अकाउंटिंग में गड़बड़ी, मैनेजमेंट के स्तर पर खामियां और अनडिस्क्लोज्ड रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शंस जैसे कारकों पर विशेष तौर पर गौर किया जाता है. यह प्रॉफिट कमाने के लिए टारगेट कंपनी के खिलाफ बेट लगाती है. फर्म की वेबसाइट पर लिखा गया है कि यह ‘Man-Made Disasters’ पर नजर रखती है.
एक हादसे से लिया गया है फर्म का नाम
Hindenburg कंपनी को यह नाम 6 मई 1937 में न्यू जर्सी के मैनचेस्टर टाउनशिप में हुए हिंडनबर्ग एयरशिप एक्सीडेंट के नाम पर रखा गया है. साल 2017 में अपनी शुरुआत के बाद अब तक ये फर्म लगभग 16 कंपनियों में कथित गड़बड़ी से संबंधित बड़े खुलासे कर चुकी है. Twitter Inc. को लेकर इसकी रिपोर्ट भी खासी चर्चा में रही थी. हिंडनबर्ग कॉरपोरेट वर्ल्ड में सभी गलत कामों का ट्रैक रिकॉर्ड रखती है और फिर इन कंपनियों को शॉर्ट करती है. इस फर्म को प्रॉफिट भी इन टारगेट कंपनियों के खिलाफ बेट लगाकर होता है. अब हिंडनबर्ग ने एशिया के सबसे अमीर इंसान गौतम अडानी को लेकर अपनी रिसर्च रिपोर्ट सामने रखी है.
अडानी ग्रुप की कंपनियों पर उठाए सवाल
हिंडनबर्ग रिसर्च के फाउंडर नाथन एंडरसन पहले इजराइल में एंबुलेंस के ड्राइवर भी रह चुके हैं. वे हैरी मार्कपोलोस को अपना रोल मॉडल मानते हैं, जो एक एनालिस्ट हैं और बर्नी मेडॉफ की फ्रॉड स्कीम का पर्दाफाश करने के लिए जाने जाते हैं. अडानी ग्रुप को लेकर आई एंडरसन की रिसर्च रिपोर्ईट में अडानी ग्रुप की सभी कंपनियों के लोन (Adani Group Debt) पर सवाल खड़े किए गए हैं. इसमें दावा किया है कि ग्रुप की 7 प्रमुख कंपनियां जो शेयर मार्केट में लिस्टेड हैं, उनमें 85 फीसदी से अधिक ओवरवैल्यूज हैं. हिंडनबर्ग रिसर्च की लेटेस्ट रिपोर्ट में अडानी ग्रुप से 88 सवाल किए गए हैं.
रिपोर्ट के बाद अडानी के शेयरों में सुनामी
इस रिसर्च रिपोर्ट के आने के बाद अडानी ग्रुप की कंपनियों के इन्वेस्टर्स के सेंटिमेंट पर विपरीत असर पड़ा है और इसके चलते सभी कंपनियों के शेयरों में जोरदार गिरावट देखने को मिली है. इस रिपोर्ट के आने के बाद बीते बुधवार को अडानी की कंपनियों के शेयरों ने 6 से 7 फीसदी तक का गोता लगा दिया था और इसका असर गौतम अडानी की नेटवर्थ पर भी हुआ था.
रिपो्र्ट आने के बाद जहां उन्होंने एक ही दिन में उन्होंने 6 अरब डॉलर की बड़ी रकम गवां दी थी. सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को भी इनमें गिरावट देखने को मिल रही है. वहीं बीते दो कारोबारी दिनों की बात करें तो अडानी समूह के शेयरों की बाजार वैल्यू 2.37 लाख करोड़ रुपये कम हो गई है. बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, Adani Group के 10 शेयरों का MCap 24 जनवरी को 19.20 लाख करोड़ रुपये से 12 फीसदी गिरकर अब 16.83 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
सुब 9.50 बजे तक Adani Transmission के स्टॉक 12.23% या 308 रुपये फिसलकर 2,209.75 रुपये के स्तर पर पहुंच गए. वहीं Adani Total Gas Ltd के शेयर 14.31 फीसदी गिरकर 3,136.35 के स्तर पर ट्रेड कर रहे थे. इसके अलावा Adani Green Energy के शेयर 8.22% टूटकर 1,705.00 रुपये पर, Adani Ports के शेयर 2.34% टूटकर 696 रुपये पर, Adani Power के शेयर 5% फिसलकर 247.95 रुपये, Adani Wilmar के स्टॉक 5% गिरावट लेकर 516.85 रुपये, Adani Enterprises के शेयर 2.20% की गिरावट के साथ 3,314.25 रुपये के स्तर पर आ गए थे.
अडानी ग्रुप ने दी अपनी सफाई
नाथन एंडरसन की इस निगेटिव रिपोर्ट में अडानी ग्रुप की कंपनियों को लेकर उठाए गए सवालों के जबाव में अपनी सफाई देते हुए रिसर्च फर्म को आड़े हाथों लिया है. अडानी ग्रुप की ओर से एक स्टेटमेंट जारी करते हुए हिंडनबर्ग के खिलाफ कानूनी लड़ाई की तैयारी की बात कही गई है. 26 जनवरी को जारी स्टेटमेंट (Adani Group Statement) में कहा गया कि ये दुर्भावना से ग्रसित रिपोर्ट है. ये गलत सूचनाओं और निराधार और बदनाम आरोपों का एक दुर्भावनापूर्ण संयोजन है. इसके प्रकाशित होने के बाद हमारे शेयरहोल्डर्स और इन्वेस्टर्स के सेंटिमेंट पर प्रतिकूल असर हुआ है. इसके असर के चलते ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में जोरदार गिरावट लगातार जारी है.