विदिशा में पत्नी और दो बेटों के साथ BJP के पूर्व पार्षद संजीव मिश्रा ने जहर खाकर सुसाइड कर लिया था. खौफनाक कदम उठाने से पहले संजीव ने सोशल मीडिया पलेटफॉर्म फेसबुक पर अपना दर्द बयां किया था. गुरुवार को खुदकुशी से चंद घंटे पहले उन्होंने 2 पोस्ट लिखीं. पहली पोस्ट में बीजेपी नेता ने लिखा कि ‘ईश्वर दुश्मन के बच्चे को भी न दे यह बीमारी, मस्कुलर डिस्ट्राफी (डीएमडी) , प्रार्थना.’ वहीं, दूसरी में ‘नसीब’ फिल्म के गाने की पंक्तियां ‘शिकवा नहीं किसी से, किसी से गिला नहीं, भाग्य में था नहीं, हमें मिला नहीं’ लिखीं.
संजीव मिश्रा विदिशा नगर परिषद के वार्ड क्रमांक-32 से बीजेपी के टिकट पर पार्षद रहे थे. वहीं, मौजूदा समय में वह बीजेपी के मंडल उपाध्यक्ष पद पर थे.
क्या है पूरा मामला?
मध्य प्रदेश के विदिशा शहर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक स्थानीय नेता संजीव मिश्रा (45) ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर लगातार दो पोस्ट करने के बाद घर पर सल्फास की गोलियां खाकर कथिर रूप से पत्नी और दो छोटे बेटों के साथ आत्महत्या कर ली. उन्होंने पोस्ट में लिखा, “भगवान अपने दुश्मन के बच्चों को भी लाइलाज बीमारी डचेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी न दें.
पोस्ट पढ़ने के बाद उनके परिचित बंटी नगर इलाके में उनके घर पहुंचे, जहां मिश्रा, उनकी पत्नी नीलम (42) और 13 और 7 साल के दो बेटे बेसुध पड़े हुए थे. चारों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बताया कि मिश्रा के बेटे मस्कुलर डिस्ट्रॉफी नामक आनुवांशिक बीमारी से पीड़ित थे, जो लाइलाज बताई जाती है. सुसाइड नोट में मिश्रा ने लिखा कि वह जीना नहीं चाहता, क्योंकि वह अपने बेटों को नहीं बचा सकता.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर यादव ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है. जांच के आधार पर ही आगे की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.