अभिनेता फरहान अख्तर ने कहा है कि उन्हें अपने चचेरे भाई साजिद खान के अनुचित व्यवहार से अवगत नहीं होने के कारण आपराधिक भावना महसूस होती है. साजिद पर कई महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. याद दिला दें कि दो महीने पहले साजिद पर दो महिलाओं अभिनेत्री सलोनी चोपड़ा और एक पत्रकार ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिसके बाद उन्होंने “हाउसफुल 4” के निदेशक के काम से हाथ खींच लिया था.
जब ये आरोप सामने आए थे, तो #MeToo को समर्थन देने वाले कलाकार फरहान अख्तर साजिद की इस हरकत पर प्रतिक्रिया करने वाले पहली प्रमुख हस्तियों में से एक थे. उन्होंने यह भी कहा था कि इसे ‘चौंकाने वाला’ कहा था. फरहान ने कहा, ‘हर बार जब ऐसा कुछ सार्वजनिक जीवन में होता है, तो मैं अपनी राय रखने में बहुत मुखर रहा हूं. जब मेरे परिवार के किसी सदस्य के खिलाफ आरोप लगे, तो मुझे लगा कि अब चुप्पी साधे रहना बहुत, बहुत ही बड़ा ढोंग होगा.’
वह ‘वी द विमेन’ कार्यक्रम में पत्रकार बरखा दत्त के साथ बातचीत कर रहे थे. जब बरखा ने कहा कि महज माफी मांगना पर्याप्त नहीं होगा क्योंकि यौन उत्पीड़न एक अपराध है, तो फरहान ने कहा, ‘बिल्कुल, इस तरह की चीजें अदालत के दायरे में ले जाने की जरूरत है, उनको फैसला करना है. ये वे चीजें हैं, जिसका उसे (साजिद) सामना करना होगा.’
उन्होंने कहा कि ‘माफी माँगना शुरूआत करने के लिए एक बड़ा कदम है, यह कहना ‘मैंने जो किया उसके बारे में मुझे खेद है’ एक बड़ा कदम है, इससे एक व्यक्ति बहुत बेहतर महसूस कर सकता है.’ फरहान ने कहा कि जब उन्होंने पहली बार अपने चचेरे भाई के खिलाफ आरोपों के बारे में सुना, तो उनमें परस्पर विपरीत तरह की भावनाएं हावी हो गई थीं.
उन्होंने कहा, ‘यह आश्चर्यचकित, निराशाजनक और अजीब बात थी, क्योंकि जब यह आपके परिवार के सदस्य के साथ होता है, तो आप भी अपराध के एक निश्चित स्तर को महसूस करते हैं. अतीत में हम सभी के साथ ऐसा हुआ जब हम इस तरह कुछ सुनते हैं और कहते हैं ‘लेकिन मेरे इतने निकट के आदमी के बारे में वह कैसे नहीं जानता था.’
उन्होंने कहा ‘सच यह है कि मैं नहीं जानता था. अगर मुझे पहले पता होता तो ये कहानी बाहर आने से पहले मैं इसके बारे में बात करता. यह निश्चित ही अपराध था, यह कैसे चल रहा था और मुझे नहीं पता. ये विपरीत तरह की भावनाएं थीं. इस अभिनेता ने कहा कि आखिरकार यह एक महिला का निर्णय होता है जब वह खुलना चाहती है और अपनी कहानी बताना चाहती है. उसे ऐसा माहौल दिया जाना चाहिए ताकि वह अपनी बात रख सके.
फरहान ने कहा, ‘अगर किसी ने किसी महिला के साथ बुरा व्यवहार किया है और उसने 10, 20 या 30 साल तक इसके बारे में बात नहीं की है, तो यह उसका विशेषाधिकार है कि वह कब इसके बारे में बोलना चाहती है.’ इस पैनल चर्चा में राजनेता मिलिंद देवड़ा और हास्य अभिनेता साइरस ब्रोचा भी थे.
वर्क फ्रंट की बात करें तो फरहान को जल्द ही फिल्म ‘द स्काई इज पिंक’ में देखा जाएगा, जो मोटिवेशनल स्पीकर आयशा चौधरी की जिंदगी पर आधारित फिल्म है. फरहान के साथ इस फिल्म में प्रियंका चोपड़ा भी नजर आने वाली हैं.