लखनऊ। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के गाजीपुर थाना क्षेत्र में मतांतरण के मामले में फरार पूर्व प्रधान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि नेपाल के रहने वाले मौलाना को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है. दरअसल, पुलिस ने हिंदू युवती को मंतातरण के मामले में मुकदमा दर्ज किया था. इसके बाद से ही पुलिस की कार्रवाई जारी थी.
फतेहपुर जिले के गाजीपुर थाना क्षेत्र के कस्बे में विगत तीन साल पहले स्थानीय लोगों के शिकायत पर पुलिस ने एक मस्जिद के नेपाली मौलाना को गिरफ्तार किया था. जो नेपाल से आने के बाद फर्जी पासपोर्ट के सहारे और आधार कार्ड सहित सारे कागज बनवाकर रह रहा था, जिसको पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया था.
नेपाल से आकर रहने वाले मौलाना मोहम्मद फिरोज आलम पर 30 सितंबर 2021 को युवती का मंतातरण कराने का आरोप लगा था. पुलिस की जांच में मामला सच पाया गया और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. पुलिस की विवेचना में उजागर हुआ था की विदेशी नागरिक ने कस्बे में कई फर्जी आईडी बनवाकर पासपोर्ट हासिल कर लिया था.
पुलिस ने फर्जी आईडी बनवाने वाले सहयोगी की खोजबीन शुरू कर दी थी और पुलिस के पूछताछ में नेपाली मौलाना ने बताया था कि उसे पूर्व प्रधान एजाज ने अपने संरक्षण में रखा था. उसे कॉलोनी देने का लालच देकर मतदाता कार्ड,आधारकार्ड सहित अन्य कागज बनवाए थे. मतांतरण कराने की बात भी कबूली थी, जिसके बाद पुलिस ने पूर्व प्रधान एजाज निवासी गाजीपुर कस्बा को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. पुलिस ने पूर्व प्रधान के खिलाफ फर्जी तरीके से पहचान पत्र तैयार करवाने और विधि विरुद्ध मतांतरण धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2020 की धाराओं में बढ़ोतरी करते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गई है.