‘हिंदू राष्ट्र’ के लिए महायज्ञ में जुटे बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इसे ‘क्रांति’ करार देते हुए कहा है कि जल्द ही इस पर संसद में भी कुछ होने वाला है। उन्होंने कहा कि जिनके भी खून में सनातन है वे इसकी डिमांड करेंगे। अपने बयानों और दावों के लिए इन दिनों मीडिया के सुर्खियों में बने हुए धीरेंद्र शास्त्री ने समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के उस चुनौती पर भी जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि इतनी शक्ति है तो वह चीन को भस्म कर दें।
भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की ओर से वक्फ बोर्ड की तर्ज पर सनातन बोर्ड की मांग भी धीरेंद्र शास्त्री को पसंद आई है। उन्होंने कहा कि अच्छी मांग है और वह इसका समर्थन करते हैं। महज 26 साल की उम्र में लाखों लोगों को अपना भक्त बना चुके बागेश्वर धाम के प्रमुख से जब स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से दी गई चुनौती पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ‘हम सनातन धर्म के संवाहक हैं और हमारे धर्म में किसी को भी दमन करना या हिंसा करना नहीं सिखाया जाता है। शिक्षा देना हमारे धर्म की एक नीति है। यदि उन्हें ऐसा लगता है तो उन्हें पहले खुद जाकर ट्राई करना चाहिए।’
रामचरित मानस को लेकर दिए गए विवादित बयान की वजह से संतों के निशाने पर आए स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर भी सवाल उठाए थे। उन्होंने सोनभद्र में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा था कि यदि बागेश्वर धाम बाबा के पास शक्ति है तो बैठे-बैठे चीन को भस्म कर दें, जो भारत को रोज परेशान करता है।