यूक्रेन पर रूस के हमले का एक साल पूरा होने वाला है। इस बीच युद्ध खत्म होने के संकेत नहीं मिले हैं उल्टे तेज होने की आशंकाएं बढ़ गई हैं। सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन अचानक ही कीव पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने युद्धग्रस्त देश की राजधानी में चहलकदमी की और राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की। जो बाइडेन ने कहा कि हम यूक्रेन के साथ हैं और यदि उसे कोई भी जरूरत होगी तो वह पूरी की जाएगी। बाइडेन ने कहा कि यूक्रेन पर हमला करने के पीछे व्लादिमीर पुतिन का जो मकसद था, वह पूरी तरह से फेल रहा है। हालांकि रणनीतिक मामलों के जानकारों का कहना है कि बाइडेन की यह विजिट युद्ध में उकसावे वाला काम कर सकती है।
इस बीच जर्मनी ने बाइडेन के दौरे पर खुशी जाहिर की है। जर्मन सरकार के प्रवक्ता स्टीफेन हेबेस्ट्रेट ने कहा कि बाइडेन की यात्रा एक अच्छा संकेत है। वहीं बाइडेन ने कहा कि पुतिन का हमला करने के पीछे जो मकसद था, वह पूरी तरह से फेल हो गया है। पुतिन चाहते थे कि हम लोग एक न हों। नाटो में एकजुटता ना दिखाई दे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। बाइडेन ने कहा कि पुतिन ने सोचा था कि वह हम लोगों को किनारे कर देंगे, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सके और फेल रहे। उनके प्लान पूरी तरह से फेल रहे हैं। एक साल पूरा हो गया है और आज हम साथ खड़े हैं।
कीव पहुंचे जो बाइडेन बेहद सहज नजर आए। वोलोदिमीर जेलेंस्की से लंबी मुलाकात की और चहलकदमी करते नजर आए। इसके अलावा उनकी पत्नी समेत कई अन्य वरिष्ठ नेताओं से भी जो बाइडेन ने मुलाकात की। अमेरिका ने यूक्रेन जंग को लेकर चीन पर भी संदेह जतााया है। उनका कहना है कि चीन की ओर से रूस की मदद की जा सकती है। गौरतलब है कि व्लादिमीर पुतिन जंग का एक साल पूरा होने पर भाषण देने वाले हैं। इस दौरान वह अमेरिका पर निशाना साध सकते हैं।