प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों का मिट्टी में मिलाने का काम शुरू हो गया है. 24 घंटे के अंदर अन्य आरोपियों का भी एनकाउंटर किया जा सकता है. सीएम योगी ने विधानसभा सत्र के दौरान कहा था माफियाओं को मिट्टी में मिलाना होगा. इसके बाद यूपी एडीजी प्रंशात कुमार और एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश प्रयागराज पहुंचे थे. विकास दुबे इनकाउंटर के समय भी इन्हीं दोनों अधिकारियों ने मोर्चा संभाला था. उमेश पाल हत्याकांड के 7 आरोपियों में से अरबाज को आज ढेर कर दिया गया है. सूत्रों का कहना है कि आरोपियों की लोकेशन ट्रेस हो चुकी है.
ये दोनों अधिकारी अपनी कार्यशैली को लेकर काफी चर्चित हैं. सीएम योगी अपराधियों को निपटाने के लिए इन्हीं पर भरोसा करते हैं और निपटाने की जिम्मेदारी देते हैं. विकास दुबे के एनकाउंटर में एडीजी प्रशांत कुमार और एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश की रणनीति और टीम ने ही काम किया था. प्रयागराज में शुक्रवार को हुए उमेश पाल हत्याकांड में शामिल एक बदमाश अरबाज को पुलिस ने मार गिराया है. सोमवार की दोपहर अरबाज के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई है. बताया जा रहा है कि पुलिस के साथ अरबाज की धूमनगंज इलाके में नेहरू पार्क के पास मुठभेड़ हुई है.
उमेश पाल पर हमला करने के बाद अरबाज का चेहरा सीसीटीवी फुटेज में आया था. पता चला था कि पुरामुफ्ती के सल्लाहपुर निवासी अरबाज नाम का शातिर अपराधी कार चला रहा था. उसने हमला भी किया था. हमलावरों की तलाश में पुलिस लगी थी. हमलावार को क्राइम ब्रांच को पता चला कि वह नीवां क्षेत्र में छिपा है. नेहरू पार्क पर क्राइम ब्रांच की उससे मुठभेड़ हो गई. उसने पुलिस पर गोली चलाई जिससे एक सिपाही जख्मी हो गया. पुलिस ने भी उसे गोली मारी. उसके सीने और पैर में गोली लगी है. धूमनगंज पुलिस ने घायल अरबाज को इलाज के लिए स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल भेजा, जहां उसकी मौत हो गई.
इस मुठभेड़ में धूमनगंज प्रभारी राजेश कुमार मौर्या घायल हुए हैं. अपराधियों से डटकर किए मुठभेड़ के दौरान उनके हाथ में गोली लगी है. अरबाज ने पुलिस पर गोली चलाई जिससे एक सिपाही जख्मी हो गया. जवाबी कारवाई में पुलिस ने भी उस पर गोली चलाई. इससे उसके सीने और पैर में गोली लगी है.