नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली स्थित भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद (ICHR) में कर्मचारियों द्वारा सामूहिक राष्ट्रगान बंद किए जाने की खबर है। बताया जा रहा है कि कुछ लोगों द्वारा इस पर आपत्ति जताई गई थी। इसी बीच ICHR के मीटिंग हॉल में लगी भारत माता और पूर्व जनसंघ अध्यक्ष दीन दयाल उपाध्याय की भी तस्वीरों को हटा दिया गया है। यह बदलाव शुक्रवार (24 फरवरी 2023) से हुआ है। यह कार्रवाई किस के कहने पर हुई है अभी तक इसका खुलासा नहीं हो पाया है।
ICHR कार्यालय में पिछले 6 माह से लगातार रोज राष्ट्रगान गया जाता था। कुछ लोगों द्वारा इस पर आपत्ति दर्ज करवाई गई। दावा किया गया है कि सितम्बर 2022 से राष्ट्रगान की प्रतिदिन प्रथा शुरू की गई थी जिसे अब बंद कर दिया गया है। बताया गया कि यह आदेश मौखिक रूप से दिया गया है जिसे अब मौखिक तौर पर ही बंद करने के लिए कहा गया है। इसी के साथ ICHR कॉन्फ्रेंस हॉल और इसके सदस्य सचिव उमेश कदम के ऑफिस में भारत माता और पूर्व जनसंघ अध्यक्ष दीन दयाल उपाध्याय की तस्वीरें भी लगीं थीं। जिन्हे फिलहाल के लिए हटा लिया गया है।
बताया यह भी जा रहा है कि हटाई गई तस्वीरों में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी चित्र शामिल हैं। इस पूरे मामले में आईसीएचआर के अध्यक्ष रघुवेंद्र तंवर तस्वीर हटाने और राष्ट्रगान बंद होने की पुष्टि कर रहे हैं। हालाँकि वो मामले पर खुल कर कुछ नहीं बोल रहे। वहीं ICHR सदस्य सचिव उमेश कदम के मुताबिक तस्वीरों को लगाने का कोई आदेश नहीं था। उन्होंने हटाए गए चित्रों को गिफ्ट में मिला बताया। उमेश ने राष्ट्रगान बंद होने की वजह को गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि पहले कर्मचारी अपनी मर्जी से ऐसा करते थे।
ICHR stops singing of daily national anthem, removes images of Bharat Mata, Deen Dayal Upadhyaya: Report pic.twitter.com/eQi02gEsGQ
— Newsum (@Newsumindia) February 27, 2023
ICHR को एक गैंग साम्प्रदयिक संस्थान बताते हुए इसके चेयरमैन रघुवेन्द्र तंवर ने इसकी शुचिता बनाए रखने की अपील की। उनका कहना है कि 10 फरवरी के बाद वो ऑफिस नहीं गए। तंवर ने न तो तस्वीर को अपने आदेश से लगा बताया और न ही उसे अपने आदेश से हटाने की बात कही।