बिजली हड़ताल से यूपी में हाहाकार, सरकार और कर्मचारियों में नहीं बनी बात; सैकड़ों बर्खास्‍त

लखनऊ। बिजली हड़ताल के चलते यूपी में पूरब से पश्चिम तक हाहाकार मचा हुआ है। समझाने-बुझाने और सख्‍ती के बावजूद सरकार और हड़ताली कर्मचारियों के बीच बात नहीं बनी। इस बीच अलग-अलग जिलों में सैकड़ों कर्मचारियों को बर्खास्‍त कर दिया गया है। बिजली सप्‍लाई बाधित करने वाले हजारों कर्मचारियों की लिस्‍ट तैयार की गई है। सरकार बड़े ऐक्‍शन की तैयारी में है। उधर, कर्मचारी भी अपनी मांगों पर अड़े हैं।

शाहजहांपुर में हड़ताल के साथ बारिश ने बिजली की व्‍यवस्‍था कुछ यूं बिगाड़ दी कि 37 फीडरों से आपूर्ति ठप हो गई। करीब 70 हजार उपभोक्ताओं को कई घंटे तक बिजली नहीं मिल सकी। बारिश के कारण बिजलीघरों को दी जाने वाली 33केवी लाइन ब्रेकडाउन रहीं। कोई कर्मचारी इसे ठीक करने नहीं पहुंचा। शाहजहांपुर महानगर के कई इलाकों में सुबह से ही बिजली ठप रही। अधिकारियों के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों की बिजली सप्‍लाई ठीक होने में कई दिन लग सकते हैं। लखीमपुर खीरी जिले में बिजली कर्मचारियों की हड़ताल का असर ग्रामीण क्षेत्र पर ज्यादा है। मोहम्मदी में चार फीडर एक दिन पहले से बंद हैं। करीब 200 गांवों की बिजली गुल है। अलीगंज फीडर के 30 गांव प्रभावित हैं। बेहजम और ईसानगर भी बिजली रात भर गुल रही है। लोकल फाल्ट ठीक करने वाला कोई नहीं है। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि जिले में व्यवस्थाएं ठीक चल रही हैं। अभी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

बिजली कर्मचारियों की हड़ताल और बारिश का पश्चिमांचल में बड़ा असर पड़ा। कुछ इलाकों में चार घंटे से लेकर सात घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित है। बारिश में भी कर्मचारी धरने पर डटे रहे। पश्चिमांचल में 5314 तथा मेरठ में 477 फाल्ट और ब्रेकडाउन के कारण बिजली आपूर्ति ठप हुई तो लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। पश्चिमांचल में हड़ताल में शामिल 60 संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त करते हुए नोटिस जारी कर दिए। एमडी पीवीवीएनएल चैत्रा वी. कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। दूसरी ओर, ऊर्जा राज्यमंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर शनिवार शाम को ऊर्जा भवन पहुंचे और स्थिति की समीक्षा की। आंदोलनकारी तिलक लगाए और माला पहने बैठे हैं। नेताओं ने कहा कि यदि कार्रवाई होती है तो वे जेल जाने को भी तैयार हैंं।

गोरखपुर जोन में 205 कर्मचारी बर्खास्‍त 
कुशीनगर में एक्सईएन ट्रांसमिशन देवेंद्र कुमार सिंह समेत तीन पर एस्मा का मुकदमा दर्ज हुआ है। महराजगंज में 11 संविदा लाइनमैन बर्खास्त किए गए हैं, जबकि 16 कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। गोरखपुर-बस्ती मंडल के करीब 2200 गांवों की बिजली और पांच सौ से ज्यादा गांवों में जलापूर्ति ठप है। आधा दर्जन जगहों पर लोगों ने जाम लगाया तो प्रशासन ने समझा कर शांत कराया
महराजगंज में जिला अस्पताल की आपूर्ति बंद करने के प्रयास में दो को गिरफ्तार किया गया है।
गीडा में बिजली की आपूर्ति 31 घंटे ठप रही जिससे करीब 100 करोड़ का उत्पादन प्रभावित हुआ है। बरेली में हड़ताल में शामिल 11 संविदा कर्मचारियों पर गाज गिरी है। सभी की सेवा समाप्‍त कर दी गई है। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के निर्देश बाद बिजली विभाग ने कार्रवाई की है। जिले में 100 से ज्यादा कर्मचारियों की लिस्‍ट तैयार की गई है।