मोदी के खिलाफ ‘G8’ वाली कोशिश विफल? अब केजरीवाल ने चल दिया नया दांव

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने 2024 के लिए कमर कस ली है। गैर-भाजपाई और गैर-कांग्रेसी दलों को एकजुट करने का पहला प्रयास विफल होने के बाद अरविंद केजरीवाल ने अब पीएम मोदी के खिलाफ अकेले ही मैदान में उतरने का फैसला कर लिया है। इसकी शुरुआत 23 मार्च को भगत सिंह की शहीदी दिवस से किया जाएगा। ‘आप’ ने ऐलान किया है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’ अभियान का आगाज करेंगे जो 2024 तक चलने वाला है।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह 2024 के लिए कैंपेन का आगाज है। आप के कई नेता पहले ही कह चुके हैं कि 2024 का चुनाव ‘मोदी बनाम केजरीवाल’ होने जा रहा है। हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि केजरीवाल ने 18 मार्च को देश के सात राज्यों के मुख्यमंत्री को दिल्ली में डिनर पर बुलाया था, जिसमें एक मोर्चा बनाने की कोशिश होने वाली थी। बिहार के सीएम नीतीश कुमार, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव समेत कई नेताओं को आमंत्रित किया गया था लेकिन इन नेताओं ने कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी। हालांकि, बुधवार को खुद केजरीवाल ने कहा कि लीक हुए लेटर का राजनीतिक मकसद नहीं था। यह एक गवर्नेंस मंच है। एक दूसरे के अच्छे काम सीखने के मकसद से इसे बनाया जा रहा है। लेकिन दूसरी व्यस्तताओं की वजह से नेता नहीं आ सके। आगे यह बैठक हो सकती है।