लखनऊ। पिछले दो दिनों से यूपी में अगलगी की बढ़ी घटनाओं ने अरबों का कारोबार तबाह कर दिया. आग लगने का सिससिला शुक्रवार तड़के सुबह कानपुर से शुरु हुआ और शनिवार तक जारी रहा. कानपुर की बांसमंडी कपड़ा मार्केट में शुक्रवार की अहले सुबह अगलगी की घटना सामने आई. यह घटना इतनी भीषण थी कि दमकल विभाग की कई गाड़ियों ने 19 घंटे के अथक प्रयासों के बाद आग पर काबू पाया. बांसमंडी में आग की लौ अभी बुझ भी नहीं पाई थी कि कानपुर देहात के उमरन में बंद पड़ी लक्ष्मी आयल फैक्ट्री में आग लग गई. यहां दमकल विभाग के प्रयासों के बाद आग पर काबू पाया गया.
अगलगी की घटनाओं का सिलसिला शनिवार को भी जारी रहा. प्रयागराज में लगभग 12 बजे दोपहर नेहरू कॉम्प्लेक्स में आग लगने का मामला सामने आया. इस घटना में कई दर्जन दुकानें जलकर राख हो गईं. फायर कर्मियों ने 4 घंटों की कश्क्कत के बाद आग पर काबू पाया. शाट सर्किट की आशंका में लगी आग की घटना से लाखों का सामान जलकर राख हो गया.
प्रयागराज में आग बुझाने का कार्य जारी ही था कि आगरा में आग लगने की घटना ने सब को चौका दिया. यहां शनिवार दोपहर मंटोला थाने के पास केमिकल के गोदाम में आग लग गई. यहां मौजूद लोगों ने अपने स्तर से आग को काबू करने का प्रयास किया. लेकिन तब तक लपटें विकराल रुप ले चुकीं थी. खबर लिखे जाने तक यहां दमकल विभाग द्वारा राहत एवं बचाव कार्य जारी था.
यूपी में बीते 24 घंटों में 4 बड़ी अगलगी की घटनाओं ने सबको चौका दिया. शुक्रवार को कानपुर व कानपुर देहात, वहीं शनिवार को प्रयागराज और आगरा की घटना ने सरकार की चिंता जरूर बढ़ा दी है. इन चार बड़ी घटनाओं से अरबों का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है. सीएम योगी ने पीड़ित व्यापारियों को मदद का भरोसा दिया है. हालांकि, जैसे-जैसे गर्मी बढ़ेगी वैसै ही आग लगने की घटनाएं भी बढ़ेंगी. सरकार इस चुनौती से कैसे निपटेगी अब यह बड़ा प्रश्न खड़ा हो रहा है?