उमेश पाल हत्याकांड को नाम दिया ‘ऑपरेशन जानू’, 1 दिन पहले अतीक अहमद के घर में हुई थी पार्टी: शौहर के कब्र पर पहुँच सकती है शाइस्ता परवीन

शाइस्ता परवीन, अतीक अहमद बीवीप्रयागराज/लखनऊ। अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की अब भी यूपी पुलिस को तलाश है। वो उमेश पल हत्याकांड की साजिशकर्ताओं में शामिल थी। अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ मारा जा चुका है। शाइस्ता परवीन की तलाश में यूपी पुलिस और उसकी STF कई जगह दबिश दे रही है। अतीक अहमद के घर पर काम करने वाले राकेश से पुलिस ने पूछताछ की है, जिसने बताया है कि 23 फरवरी की रात वहाँ प्रत्यु हुई थी।

इसके अगले ही दिन उमेश पाल की हत्या हो गई थी। उस पार्टी में शाइस्ता परवीन और अतीक अहमद के बेटे असद के अलावा सभी शूटर्स भी शामिल थे। असद अहमद के फोन से जानकारी मिली है कि इस हत्याकांड को ‘ऑपरेशन जानू’ नाम दिया गया था। राकेश को लेकर अतीक अहमद का एक नाबालिग बेटा पार्टी का सामान लाने बाजार गया था। असद ने राकेश को बताया था कि ‘ऑपरेशन जानू’ की सफलता के लिए तमाम मेहमान पार्टी करने वाले हैं।

शाइस्ता परवीन पर 50,000 रुपए का इनाम है। उसकी मदद करने वाले 7 वकीलों और 20 अन्य लोगों की पुलिस को तलाश है। आर्थिक रूप से भी कुछ लोग उसकी मदद कर रहे हैं। शाइस्ता पर 4 मामले दर्ज हैं, जिनमें 2009 का धोखाधड़ी वाला मामला भी है। उधर अपुष्ट खबरों में ये भी कहा जा रहा है कि अतीक अहमद का साथी गुड्डू मुस्लिम मुस्लिम मुखबिर बन गया है और उसकी की सूचना पर असद का एनकाउंटर हुआ।

गुड्डू मुस्लिम की तलाश में ओडिशा में भी छापेमारी हो चुकी है। उस पर 5 लाख रुपए का इनाम है। शाइस्ता की एक नौकरानी काफी दिनों से घर से भागी हुई थी, उसके चकिया लौटने से उससे भी पूछताछ हुई है। अतीक अहमद के भाई अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा की भी तलाश हो रही है। शाइस्ता परवीन और जैनब फातिमा अपने शौहर अतीक की कब्र पर भी पहुँच सकती है, ऐसे में वहाँ भी निगरानी बढ़ा दी गई है।

अतीक अहमद का बड़ा बेटा उमर गोसाईगंज जेल में बंद है। ये भी सामने आया था कि घटना से एक दिन पहले असद उससे मिला था। इसे भी उमेश पाल हत्याकांड से जोड़ कर देखा जा रहा है। इस हत्याकांड के हवाला कनेक्शन की भी जाँच जारी है। सूचना मिली है कि शाइस्ता परवीन को 1.20 करोड़ रुपए पहुँचाए गए थे। अधिवक्ता खान सौलत हनीफ से भी पूछताछ हो रही है, जो उमेश पाल के अपहरण के पुराने केस में नैनी जेल में बंद है। कुछ खबरों में कहा जा रहा है कि शाइस्ता परवीन बदले का ब्लूप्रिंट बना रही है।