ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 224 रनों पर ढेर, इंग्लैंड को जीत के लिए 251 रनों का लक्ष्य

Ben Stokesहेडिंग्ले में खेले जा रहे एशेज सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के सामने 251 रनों का लक्ष्य रखा है. मैच के तीसरे दिन शनिवार (8 जुलाई) को खेल समाप्त होने तक इंग्लैंड ने दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के 27 रन बना लिए हैं. इससे पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम दूसरी पारी में 224 रनों पर सिमट गई. इंग्लैंड को एशेज सीरीज में बने रहने के लिए यह मैच हर हाल में जितना होगा क्योंकि ऑस्ट्रेलिया पहले दो मैच जीतकर सीरीज में 2-0 से आगे चल रही है.

इंग्लैंड को जीत के लिए 251 रनों का लक्ष्य

हेडिंग्ले टेस्ट के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया की टीम अपने दूसरे दिन के स्कोर चार विकेट पर 116 रन से आगे खेलने उतरी. हालांकि, टीम इसके बाद 106 रन ही जोड़ सकी और 224 रन पर ऑलआउट हो गई. ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरी पारी में ट्रेविस हेड ने सबसे ज्यादा 77 रन बनाए. हेड ने 112 गेंदों की अपनी पारी में 7 चौके और 3 छक्के जड़े. उस्मान ख्वाजा ने 43, मार्नश लाबुशेन ने 33 और मिचेल मार्श ने 28 रन का योगदान दिया. मिचेल स्टार्क 16 और टॉड मर्फी 11 रन बनाकर पवेलियन लौटे. वहीं एलेक्स कैरी (5), स्टीव स्मिथ (2) और डेविड वॉर्नर (1) सस्ते में ही आउट हो गए.

इस तरह इंग्लैंड को जीत के लिए 251 रन का लक्ष्य मिला. इंग्लैंड के लिए क्रिस वोक्स और स्टुअर्ट ब्रॉड ने तीन-तीन विकेट लिए. मोईन अली और मार्क वुड को दो-दो सफलता मिली. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 263 और इंग्लैंड ने 237 रन बनाए थे. कंगारू टीम को पहली पारी में 26 रन की बढ़त मिली थी. हालांकि, इंग्लैंड ने दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के 27 रन बना लिए हैं. बेन डकेट 18 और जैक क्रॉली नौ रन बनाकर नाबाद हैं.

इंग्लैंड को हर हाल में चाहिए जीत

गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-0 से आगे चल रही है. ऑस्ट्रेलिया ने पहले मैच को 2 विकेट से जीतने के बाद दूसरे को 43 रनों से अपने नाम किया था. ऐसे में एशेज सीरीज में बने रहने के लिए इंग्लैंड को किसी भी कीमत पर जीत चाहिए. अगर ऑस्ट्रेलियाई टीम इस मैच को अपने नाम करती है तो सीरीज भी जीत लेगी. वहीं मैच ड्रॉ भी होता है तो एशेज ऑस्ट्रेलिया के पास रहेगी. क्योंकि आखिरी दो मैच में इंग्लैंड को जीत भी मिलती है तो सीरीज 2-2 से बराबर ही हो पाएगा. बता दें कि पिछले बार ऑस्ट्रेलिया विजेता रही थी ऐसे में सीरीज ड्रॉ होने पर ट्रॉफी उसके पास ही रहेगी.