एसडीएम ज्योति मौर्य और उसके पति आलोक मौर्य के बीच विवाद चर्चा का विषय बन गया है. इस बीच दोनों का एक ऑडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें ज्योति आलोक से कह रही है कि हम तुम्हें क्यों मरवाएंगे, तुम्हें तो अपने कर्मों की सजा मिलेगी.
मैं तुम्हारा पति था, हूं और रहूंगा: आलोक
इस पर आलोक कहता है कि अगर तुम्हें तलाक लेना ही है तो तुम सबको बताती क्यों नहीं कि 22 तारीक को मैंने तुन्हें और मनीष को देख लिया था. उसने बच्चों की याद दिलाते हुए कहा कि कम से कम बच्चों के बारे में तो सोचो. शादी को 13 साल हो चुके है. मैं तुम्हारा पति था, हूं और रहूंगा. ज्योति आगे कहती है कि तुम मर जाओंगे. फिर आलोक कहता है कि भले मरावा दो. ज्योति आगे कहती है कि वह क्यों मरावाएगी. ऑडियो में दोनों लंबी बहस करते सुनाई दे रहे है. आजतक इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता
बता दें, आलोक ने ज्योति पर एसडीएम बनने के बाद उस पर पीपीएस अधिकारी मनीष दुबे से अफेयर होने का आरोप लगाया था. इसके बाद 25 अप्रैल को आलोक पत्नी के खिलाफ शिकायत करने थाने गया था. उसने लिखित शिकायत थाने में तैनात इंस्पेक्टर राजेश कुमार मौर्य से की, लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई. आलोक ने शिकायती पत्र में कहा था कि पिछले लंबे समय से पत्नी ज्योति बात नहीं कर रहीं. कई बार घर में विवाद हो चुका है. इसके बाद ज्योति मौर्य 7 मई को आलोक के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज कराने गई थीं. पुलिस ने उनका केस दर्ज कर लिया था.
मनिष पर FIR की सिफारिश
जानकारी के मुताबिक, Dg होमगार्ड BK Maurya ने मनीष दुबे को सस्पेंड करने और उनके खिलाफ FIR दर्ज करने की सिफारिश की है. डीआईजी की जांच रिपोर्ट के आधार पर डीजी होमगार्ड ने शासन को अपनी संस्तुति भेज दी है. Dg ने कहा एसडीएम ज्योति मौर्य के पति आलोक मौर्य की हत्या की साजिश की ऑडियो जांच कराने के लिए एफआईआर दर्ज कर जांच की जाए. डीआईजी होमगार्ड संतोष सिंह की जांच रिपोर्ट के आधार पर मनीष दुबे के सस्पेंशन की सिफारिश की गई है. मनीष दुबे के सस्पेंशन और एफआईआर दर्ज कर वायरल ऑडियो मामले में एफआइआर दर्ज करने की संस्तुति पर शासन जल्द ही निर्णय लेगा.
मुश्किल में मनीष दुबे
बता दें कि SDM ज्योति मौर्य (SDM Jyoti Maurya) के साथ व्हाट्सएप चैट लीक (WhatsApp Chat Leak) होने के बाद चर्चा में आए महोबा के होमगार्ड जिला कमांडेंट मनीष दुबे (Manish Dubey) पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है. मनीष विभागीय जांच में दोषी पाए गए हैं. डीआईजी होमगार्ड संतोष सिंह ने अपनी जांच रिपोर्ट डीजी होमगार्ड बीके मौर्या को सौंप दी है. जिसमें मनीष दुबे को सस्पेंड (Suspend) करने की संस्तुति कर दी गई है.