नई दिल्ली। मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर उनकी परेड निकाले जाने की वीभत्स घटना ने पूरे देश को हिला दिया है। सोशल मीडिया पर लोग गुस्से में हैं तो मणिपुर में सड़कों पर आंदोलन भी हो रहे हैं। विपक्ष इस मसले पर संसद में हंगामे की तैयारी में है तो वहीं सरकार भी अब ऐक्टिव नजर आ रही है। यही नहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी घटना का स्वत: संज्ञान लिया है और राज्य एवं केंद्र सरकार से जवाब मांगा है। अगली सुनवाई 28 जुलाई को होगी। वहीं मॉनसून सेशन में जाने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस घटना से वह पीड़ा और गुस्से से भरे हुए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि यह घटना भले ही मणिपुर में हुई, लेकिन इससे पूरे देश की बेइज्जती हुई है और 140 करोड़ लोग इससे शर्मसार हैं।
इस घटना के मुख्य आरोपी को थाउबल से अरेस्ट किया गया है। इसके अलावा अन्य लोगों को दबोचने के लिए रेड मारी जा रही हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अगले कुछ घंटों के अंदर ही अन्य आरोपियों को भी दबोच लिया जाएगा। इस मामले में पहले से ही रेप और मर्डर की धाराएं दर्ज हो चुकी हैं। गौरतलब है कि मणिपुर की हिंसा को लेकर देश भर में गुस्सा हैं। वहीं किसी भी तरह की अफवाह से बचने के लिए सरकार ने इससे जुड़े वीडियो को शेयर करने पर रोक लगा दी है।
आगबबूला है विपक्ष, मोदी से सवाल- सीएम का इस्तीफा कब मांगोगे
मणिपुर की घटना को लेकर भले ही सरकार सक्रिय हो गई है और पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने भी आलोचना की है। इसके बाद भी विपक्ष हमलावर है। कांग्रेस का कहना है कि इस घटना की जांच के लिए एक डेलिगेशन बनना चाहिए। यही नहीं कांग्रेस ने पीएम मोदी से पूछा है कि आप कब मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह से इस्तीफा लेंगे। वहीं मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कहा है कि हम इन आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करेंगे। उन्हें पकड़ने की कोशिश चल रही है।